बुलंदशहरः उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर में 2 जातियों में संघर्ष के लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जनपद को जातीय संघर्ष की आग से बचाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं. पुलिस ने दोनों पक्षों से 120 लोगों को मुचलका पाबंद करते हुए, दोनों पक्षों की एफआइआर दर्ज कर ली है, साथ ही मुकदमा दर्ज कर यह संदेश दे दिया है कि किसी को भी आपसी सौहार्द बिगाड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
महाराणा प्रताप का बोर्ड उखाड़ने को लेकर दलित और ठाकुर समाज आमने-सामने, जानें पूरा मामला - बुलंदशहर की खबर
बुलंदशहर में महारणा प्रताप का बोर्ड लगाने के लिए दलित और ठाकुर समाज में संघर्ष शुरू हो गया है. वहीं एसएसपी ने 120 लोगों के खिलाफ 2 लाख का मुचलका पाबंद किया है.
आपको बता दें 2 दिन पहले 15 फरवरी को बुलंदशहर के थाना नर्सेना क्षेत्र के गांव ढलना में शादी में चढत को लेकर दलित और ठाकुर समाज के लोगों में आपसी विवाद हो गया था, जिसके बाद बीते कल 16 फरवरी को ठाकुर समाज के लोगों ने दलित समाज पर आरोप लगाया कि दलित समाज के लोगों ने उनके पूर्वज महाराणा प्रताप के बोर्ड को उखाड़ कर फेंक दिया था.
दोनोे पक्षों की तहरीर पर थाना नर्सेना में मुकदमा पंजीकृत किया गया. इसी बीच गांव में भारी पुलिस तैनात कर दी गयी. ताकि दोनों पक्षों में विवाद आगे ना बढ़े और बड़ी घटना घटने न पाए. आज 17 फरवरी को एक बार फिर से ठाकुर समाज के लोग एसएसपी कार्यालय पर एसएसपी से मिलने पहुंचे. ठाकुर समाज के लोगों ने कहा कि गांव में दो हजार की जनसंख्या है जिनमें की मात्र डेढ़ सौ संख्या ठाकुर समाज के लोगों की है, आए दिन गांव में दलित समाज के लोग ठाकुर समाज के लोगों के साथ गाली गलौज करते रहते हैं. ठाकुर समाज के पूर्वज महाराणा प्रताप का बोर्ड गांव में ठाकुर समाज के लोगों के द्वारा लगाया गया था, जिसे तीन बार दलित समाज के लोगों ने तोड़ कर जमीन में गिरा दिया है. आज वह लोग अपनी फरियाद लेकर एसएसपी से मिले, एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
इस पर एसएसपी ने ठाकुर समाज के लोगों को भी समझाते हुए कहा कि किसी को अपने हाथ में कानून नहीं लेना चाहिए जो भी कानून मिलेगा सभी के लिए पर्याप्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, गांव में महाराणा प्रताप का बोर्ड लगाने को लेकर दो जातियों में आपसी विवाद हुआ था, फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है। दोनों पक्षों से 120 से ज्यादा लोगों को 2 लाख के मुचलके के साथ पाबंद किया गया है, साथ ही कुछ गांव के ही मूल निवासी सरकारी अधिकारियों के द्वारा बाहर रहते हुए गांव की अमन और शांति भंग करने की साजिश करने की बात सामने आई है। अगर इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते हैं तो इनके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
एसएसपी ने ठाकुर समाज के लोगों को भी समझाते हुए कहा कि, किसी को अपने हाथ में कानून नहीं लेना चाहिए. कानूनी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही कुछ गांव के ही मूल निवासी सरकारी अधिकारियों के द्वारा बाहर रहते हुए गांव की अमन और शांति भंग करने की साजिश करने की बात सामने आई है। अगर इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलते हैं तो इनके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
Conclusion: