बुलंदशहरः नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में धरना प्रदर्शन जारी है. इसको देखते हुए यूपी पुलिस अलर्ट पर है. इसी कड़ी में हिंसा, पथराव और आगजनी के मामले में बुलंदशहर पुलिस 19 लोगों के खिलाफ नांजद रिपोर्ट दर्ज की है वहीं कालाआम चौकी इंचार्ज के द्वारा 700 से अधिक अज्ञात बवालियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
जुमे की नमाज के बाद शहर का दृश्य. पुलिस के अनुसार 20 दिसंबर को हुई हिंसा में संलिप्त 16 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. कोतवाली देहात इंस्पेक्टर की सरकारी गाड़ी जलाने पर चालक की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है. कोतवाली नगर इंस्पेक्टर अरुणा राय की तरफ से भी पथराव, आगजनी के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
बुलंदशहर में शुक्रवार को इस तरह हुई आगजनी. शनिवार को उपद्रवियों से किसी भी हालात में निपटने के लिए डीएम और एसएसपी लगातार पैदल मार्च कर रहे हैं. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति का माहौल है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर रखी हुई है. शुक्रवार को हुई इस तरह की हिंसा के दौरान आईजी जोन और कमिश्नर ने भी बुलंदशहर का दौरा किया था. आईजी जोन मेरठ अजय कुमार सिंह ने बताया था कि हालात को काबू में कर लिया गया है.
आईजी जोन ने क्या दी जानकारी? शुक्रवार को कोतवाली नगर क्षेत्र के ऊपर कोट इलाके में प्रदर्शनकारी लगातार बवाल कर रहे थे. साथ ही पुलिस पर भी जमकर पत्थरबाजी की जा रही थी. वहीं पुलिस की तरफ से भी बचाव में आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे. इलाके में पूरी तरह से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी.
वहीं पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से स्थित पर नियंत्रण पाने की कोशिश में जुटा हुआ था. पुलिस प्रशासन ने बुलंदशहर में एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद कर दी. दरअसल सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के भ्रामक दुष्प्रचार को रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई थी.