बुलंदशहर : 16 गोलियां खाकर भी कारगिल की सबसे ऊंची चोटी पर दुश्मन सेना का सफाया कर तिरंगा फहराने वाले परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेंद यादव ने फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ प्रसिद्ध गेम शो कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचकर मंच साझा किया. इस गेम शो में उन्होंने 25 लाख रुपए की रकम भी जीती है. इसे उन्होंने भारतीय सेना के वेलफेयर फंड के लिए दान कर दिया है. इस दौरान उन्होंने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सवालों का जवाब देने के साथ कारगिल युद्ध पर भी चर्चा की है.
KBC के मंच से देश जानेगा परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र यादव का 'शौर्य'
कारगिल युद्ध में अपने अदम्य शौर्य का परिचय देते हुए बुलंदशहर के लाल परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेंद्र यादव ने टाइगर हिल पर तिरंगा लहराया था. अब कौन बनेगा करोड़पति के मंच से 22 जनवरी को देश को अपनी और अन्य साथियों की शौर्यगाथा को सुनाएंगे. दरअसल योगेंद्र यादव ने केबीसी में स्पेशल गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था.
16 साल पांच माह की उम्र में सेना हुए थे भर्ती
बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद अहीर गांव के मूल निवासी योगेंद यादव 16 साल पांच महीने की उम्र में सेना में भर्ती हुए थे. अपने शौर्य और पराक्रम के बल पर द्रास सेक्टर की सबसे ऊंची चोटी जिसकी ऊंचाई करीब 16 हजार 500 फीट है, टाइगर हिल पर माइनस 20 डिग्री टेम्परेचर में दुश्मन का मुकाबला किया. इस दौरान योगेंद्र यादव ने 16 गोलियां लगने के बाद भी कारगिल की सबसे ऊंची चोटी पर विजय पताका फहराई थी. बता दें कि सेना का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र अधिकतर मरणोपरांत दिया जाता रहा है. लेकिन देश में अब तक सिर्फ तीन बहादुर जाबांजों को यह सम्मान जीते जी मिला है, जिनमें से एक योगेंद यादव भी हैं.
22 जनवरी को होगा प्रसारण
योगेंद यादव ने बताया कि केबीसी का जो कार्यक्रम शूट हुआ है, उसका प्रसारण 22 जनवरी को होना है. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा अनुभव था. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि इस कार्यक्रम में भाग लेकर वो भारतीय सेना के लिए कुछ कर पाए. उन्होंने बताया कि वहां 25 लाख रुपए की राशि उन्होंने जीती है, जिसे उन्होंने सेना के वेलफेयर फंड में दान स्वरूप दे दिया है. उन्होंने बताया कि वो खुश हैं और ऐसा करके गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. सूबेदार मेजर योगेंद सिंह यादव ने बताया कि वो फिलहाल 26 जनवरी की परेड के सिलसिले में देश की राजधानी दिल्ली आए हुए हैं.