बुलंदशहरःविधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं. राष्ट्रीय लोक दल का गढ़ कहे जाने वाली पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मिली करारी हार के बाद एक बार फिर अपनी जमीन तलाशने में लगा है. इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रीय लोक दल ने जिले की विधानसभा शिकारपुर में भाईचारा सम्मेलन का आयोजन कर सभी जातियों को लुभाने की कोशिश की.
सम्मेलन में रालोद से जुड़े सभी जातियों के लोगों शामिल हुए. रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देश पर पहासू रोड शिकारपुर के एक बैंकट हॉल में आयोजित भाईचारा सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष अरुण चौधरी ने कहा कि सुशासन देखने का नारा देकर सत्ता में आई भाजपा के शासन में कुशासन की सारी हदें पार हो गई है. भाजपा शासन में भ्रष्टाचार गुंडाराज महंगाई भाई भतीजावाद महिलाओं को शोषण चरम पर है. उन्होंने कहा कि अन्नदाता दिल्ली की सीमा पर धरना देकर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. जबकि गूंगी बहरी केंद्र सरकार को किसानों का दर्द दुख दिखाई नहीं दे रहा है.
राष्ट्रीय महासचिव तिलोक त्यागी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह हारे नहीं थे, बल्कि उन्हें भाजपा ने प्रशासन को आगे करके जबरन हराया था. उस समय स्व. चौधरी अजीत सिंह ने कहा था कि भाजपा ने गंदी राजनीति से जिलों से भाईचारे को उखाड़ फेंकने का काम किया. पूर्व प्रदेश महासचिव वीरेंद्र सिंह लौर ने हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में सब भाई-भाई का नारा देकर विधानसभा चुनाव में संप्रदायिक शक्तियों को परास्त करने का आह्वान किया.