बुलंदशहर: भाजपा कार्यकर्ता को थाने में यातनाएं देने के मामले में एसएसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. आरोपी इंस्पेक्टर जेपी चौबे और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं इस मामले की जांच एसपी क्राइम शिवराम यादव को सौंपी गई है. शनिवार को अगौता थाना के गांव तेजगढ़ी निवासी एक व्यक्ति ने इंस्पेक्टर और दो अन्य पुलिसकर्मियों पर थाने में निर्ममता से पिटाई करने के गम्भीर आरोप लगाए थे.
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
थाना अगौता की पुलिस की कारगुजारी सामने आने के बाद एसएसपी ने सख्त एक्शन लेते हुए इंस्पेक्टर जेपी चौबे और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया. बता दें कि भाजपा कार्यकर्ता लक्ष्मी प्रताप सिरोही को अवैध रूप से हिरासत में रखकर यातनाएं देने के मामले में यह कार्रवाई की गई है.
बीजेपी विधायक की मांग पर एसएसपी ने की कार्रवाई
शनिवार को पीड़ित जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा था. जैसे ही इस घटना की सूचना स्यानीय विधायक देवेंद्र लोधी को लगी, वह भी मौके पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और इस मामले पर एसएसपी से बात की. उन्होंने मांग की थी कि ऐसे पुलिसकर्मी न सिर्फ सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं, बल्कि ऐसे लोगों को तत्काल हटा देना चाहिए. इस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने देर रात थाना अगौता के प्रभारी इंस्पेक्टर जयप्रकाश चौबे और उनके हमराही मुख्य आरक्षी राजीव चौहान और आरक्षी नितिन को सस्पेंड कर दिया.
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एसएसपी ने प्राथमिक जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर से कराई. इसमें लक्ष्मी प्रताप सिरोही के साथ प्रभारी निरीक्षक अगौता जय प्रकाश चौबे और उनके दो हमराही द्वारा अमानवीय व्यवहार और मारपीट किए जाने के आरोप सत्य पाए गए.