बुलंदशहर: कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन लगातार कोशिशें कर रहा है. जनपद में दो दशक से भी अधिक समय से पूर्व बसपा शासनकाल में करोड़ों रुपये खर्च कर कांशीराम आवास योजना के तहत 400 आवास बुलंदशहर नगरीय क्षेत्र में तहसील के समीप बनाए गए थे.
इसे राजनीति कहें या कुछ और कि सत्ता बदली और समाजवादी पार्टी की सरकार आई, लेकिन इन भवनों की किसी ने सुध नहीं ली. जिसके चलते ये 400 घर धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होते रहे. खिड़कियों के शीशे से लेकर मकानों के दरवाजे भी काफी संख्या में यहां से गायब हो गए थे. दरअसल राजनीतिक उपेक्षा का शिकार ये मकान जर्जर हो गए.
अब इन मकानों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है, यानी यहां संबंधित लोगों को एडमिट किया जाएगा. साथ ही उन्हें यहां ऑब्जर्वेशन में रखा जा सकेगा, जिसके लिए बुलंदशहर विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी सौंपते हुए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का फरमान डीएम ने सुनाया है, जिसके बाद बाकायदा अब इन भवनों की रंगाई-पुताई और साफ-सफाई की जा रही है और इसके साथ ही यहां बेड की व्यवस्था भी की जानी है.