बुलंदशहरः जिले में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 20 गांव का चयन किया गया है. इस योजना में ऐसे गांवों को चिह्नित किया जाता है, जहां अनुसूचित जाति से जुड़े लोगों की आबादी आधे से ज्यादा होती है.
मॉडल विलेज के लिए 20 गांवों का चयन. देश के ऐसे गांव जो अनुसूचित जाति बाहुल्य हैं. गांवों को चिह्नित कर सरकार ने वहां विकास के लिए प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना शुरू की है. फरवरी में जिले के अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों की सूची केंद्र सरकार ने तलब की थी. इसमें 20 गांवों का चयन केंद्र सरकार की तरफ से किया गया है. इन गांवों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को सौंपने की तैयारियां चल रही है.
इसे भी पढ़े- मऊ: पीसीएस जे में चयनित छह छात्रों का किया गया सम्मान
इस बारे में जिले के मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रूंगटा का कहना है कि इन गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, मार्ग, प्रकाश और आवास योजना समेत मूलभूत सुविधाओं का लाभ देकर यहां विकास कराया जाएगा.
इसे भी पढ़े- बलरामपुर: बाढ़ के कारण बेघर हुए लोगों को भागीरथी का इंतजार
चिह्नित गांवों में देवा करणपुर, बजेड़ा, शेखूपुर, जाल खेड़ा, काजमपुर देवली, करीमपुर, मोहम्मदपुर नार, इस्माइलपुर बुडेना, हीरापुर, नगला जगत, वजारत, रसूलपुर, रिठौरी, सलेमपुर, कायस्थ जोगी, सिकंदराबाद तहसील के दानपुर का घुघरेजपुर, डिबाई का वाजिदपुर और शिकारपुर तहसील क्षेत्र से सुरजावली का चयन किया गया है.