बुलंदशहर:जिले में पिछले साल 3 दिसंबर 2018 को स्याना कोतवाली क्षेत्र के चिंगरावठी पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया गया था. पुलिस चौकी को आग के हवाले करने का सारा मामला शुरू हुआ था, महाव गांव के जंगल में गोवंश के अवशेष मिलने के बाद. इस पूरे बवाल में एक इंस्पेक्टर और नवयुवक की जान चली गई थी. इस घटना के बाद से मृतक युवक सुमित के परिजन सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
बुलंदशहर हिंसा का एक साल. बुलंदशहर जिले में पिछले वर्ष आज ही के दिन 3 दिसम्बर को स्याना कोतवाली क्षेत्र के महाव गांव में गोवंशों के अवशेष मिलने के बाद हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने विरोध दर्ज कराते हंगामा किया था. विरोध प्रदर्शन चिंगरावठी पुलिस चौकी पर जारी था लेकिन अचानक चौकी का माहौल बिगड़ गया. पुलिस चौकी पर एकाएक पत्थरबाजी शुरू हो गई और उसे आग के हवाले कर दिया गया.
स्याना कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार सिंह की भी हुई थी हत्या
पुलिस चौकी पर खड़े कई दर्जन चार पहिया और दो पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त था. दंगे के दौरान अचानक गोली चली और एक युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. फायरिंग के दौरान स्याना कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार सिंह को भी मार दिया गया. दंगे के अगले दिन कमिश्नरी से लेकर जिले के तमाम अफसर भागदौड़ करते देखे गए. पोस्टमार्टम के बाद मृतक युवक सुमित का शव उसके गांव में लाया गया. मृतक के पिता तब से आज तक इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते आ रहे हैं.
मृतक नवयुवक के पिता को गृहमंत्री अमित शाह से उम्मीद
दंगे के बाद उस वक्त अनेक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए. उनके आधार पर पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया था. मृतक युवक सुमित के परिजनों ने सीएम योगी से भी मुलाकात की थी लेकिन अभी तक उनकी कोई मांग पूरी नहीं हुई. मृतक युवक के पिता अमरजीत सिंह का आरोप है कि जहां पूर्व में सांसद समेत विधायक उनसे संपर्क में थे. धीरे धीरे सभी किनारा कर गए. अब सुमित के पिता ने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम भी दिया है कि 23 दिसम्बर तक अगर उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो वह अनशन करेंगे. फिलहाल तमाम आयोग के अलावा गृहमंत्री से भी अमरजीत सिंह इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर चुके हैं. सुमित के पिता का कहना है कि उन्हें अमित शाह से उम्मीद है कि इस मामले में सीबीआई जांच कराई जाएगी.