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बड़ी वारदात को अंजाम देने आए 6 बदमाश गिरफ्तार, दो भागे - अब्दुल मन्नान

यूपी के बिजनौर में पुलिस ने वारदात को अंजाम देने आए 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. कार्रवाई के दौरान आरोपियों के दो साथी मौके से भागने में सफल रहे.

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पुलिस ने 6 बदमाशों को किया गिरफ्तार

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Published : Mar 25, 2021, 11:56 PM IST

बिजनौर: पुलिस ने जिले में बड़ी वारदात को अंजाम देने आए 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान गिरफ्तार आरोपियों के दो साथी मौके से भाग निकले. आरोपियों के पास से मिल कार से 6 तमंचे और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.

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दो आरोपी मौके से भागे
नगर पालिका किरतपुर के चेयरमैन अब्दुल मन्नान ने बुधवार को गैंगेस्टर और गोकशी के एक मामले में कोर्ट में समर्पण किया था. पकड़े गए लोगों से उसकी रंजिश चली आ रही है. अब्दुल मन्नान के बहनोई और भांजे के हत्यारोपी शाहनवाज की एक साल पहले कोर्ट में हत्या कर दी गई थी. गिरफ्तार लोगों में से शाहनवाज का भाई भी है. दोनों पक्षों के बीच चली आ रही रंजिश को देखते आशंका जताई जा रही है कि गिरफ्तार लोगों का मकसद अब्दुल मन्नान की हत्या करना तो नहीं था. जजी के बाहर असलाहों के साथ लोगों के पकड़े जाने से हड़कंप मच गया.

जजी के बाहर खड़ी कार में सवार 6 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में नजीबाबाद थाने के गांव कनकपुर निवासी शाहनवाज का भाई सुहैल आलम, मंडावली थाने के गांव जटपुरा निवासी कौशल, कोटकादर निवासी अकरम, नगीना देहात थाने के गांव किशनपुर निवासी रियाजुद्दीन, नजीबाबाद थाने के गांव मौजमपुर सादात निवासी संदीप और अमरपाल उर्फ भूरा शामिल हैं. शाहनवाज के दो भाई शाहआलम और ओवेस कार्रवाई के दौरान मौके से भाग निकले. पुलिस को कार से 6 तमंचे और अन्य हथियार मिले हैं.

हाजी अहसान हत्याकांड से शुरू हुई दोनों गैंग में दुश्मनी
शाहनवाज गैंग ने 28 मई 2018 को नजीबाबाद में प्रॉपर्टी के विवाद में बसपा नेता हाजी अहसान और उनके भांजे शादाब की उनके ऑफिस में गोली मारकर हत्या कर दी थी. हाजी अहसान चेयरमैन अब्दुल मन्नान का बहनोई था. दिल्ली पुलिस ने अहसान की हत्या में शामिल शाहनवाज और अब्दुल जब्बार समेत कई लोगों को एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस 18 दिसंबर 2019 को शाहनवाज और अब्दुल जब्बार को बिजनौर की सीजेएम कोर्ट में लाई थी. हाजी अहसान की पत्नी रिजवाना के बेटे साहिल, किरतपुर के मोहल्ला राघड़ान निवासी अफराज, शामली जिले के लोनीखेड़ा निवासी सुमित ने सीजेएम कोर्ट में ही शाहनवाज की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस दौरान जब्बार वहां से भाग निकला था.

हेड मोहर्रिर और सिपाही को भी लगी थी गोली

कोर्ट में मौजूद हेड मोहर्रिर मनीष ने एक शूटर को दबोचने की कोशिश की तो उस पर भी गोली चला दी गई थी. मनीष और विकासनगर बटालियन दिल्ली का सिपाही संजीव भी गोली लगने से घायल हुए थे. पुलिस ने तीनों शूटरों को मौके पर ही दबोच लिया था. शाहनवाज की हत्या के बाद शाहनवाज गैंग के निशाने पर चेयरमैन अब्दुल मन्नान आ गया था.

गोकशी के मामले में वांछित चल रहे किरतपुर चेयरमैन अब्दुल मन्नान ने कोर्ट में बहुत ही गुपचुप तरीके से समर्पण किया था. किसी को इसकी भनक नहीं लगने दी थी. लेकिन शाहनवाज पक्ष के लोगों के कोर्ट के बाहर जमा होने से स्पष्ट है कि उन्हें इसकी भनक लग गई थी. अब्दुल मन्नान को शाहनवाज के भाई शाह आलम, ओवेस और सोहेल से जान का खतरा है. उसने इसकी सूचना पुलिस को दे रखी है.

पकड़े गए लोग बता रहे हैं कि शाहआलम के मुकदमे की तारीख थी और ये तारीख पर आए थे. आरोपी किसी बड़ी वारदात की फिराक में थे. सूत्रों को मुताबिक ये सभी बदमाश नगरपालिका के चेयरमैन अब्दुल मन्नान की हत्या करने के इरादे से ही आए थे.
-प्रवीन रंजन सिंह, एसपी सिटी

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