बिजनौर: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही लगातार बारिश से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हरिद्वार से शुक्रवार देर रात लगभग 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं 3 लाख क्यूसेक (cusec) और पानी छोड़े जाने की बात प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कही जा रही है. वहीं देर रात एक लाख क्यूसेक जो पानी छोड़ा गया था, उसमें गंगा के किनारे खेती करने वाले 5 मजदूर भी फंस गए थे. शनिवार सुबह रेस्क्यू करके इन सभी मजदूरों को सकुशल बचा लिया गया.
पहाड़ों पर बरसात का पानी भर जाने के कारण हरिद्वार से बीती रात 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वहीं पहाड़ों से लगातार आ रहे पानी को देखते हुए लगभग 3 लाख क्यूसेक पानी और हरिद्वार से छोड़ा गया है. बिजनौर बैराज पर पहले की बात करें तो करीब 30 से 35 हजार क्यूसेक पानी प्रतिदिन चल रहा था, लेकिन अचानक से पहाड़ों पर हो रही बारिश से बरसात के पानी के बढ़ जाने के कारण अब तक लगभग 4 लाख क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया है. इस पानी के छोड़े जाने से बिजनौर गंगा बैराज पर लगभग 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी इस समय चल रहा है.
बढ़ते पानी को देखते हुए डीएम उमेश मिश्रा ने बताया कि गंगा में लगभग अब तक कुल 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसमें कि 3 लाख क्यूसेक पानी का असर दोपहर के बाद दिखने की उम्मीद है. सभी तहसील के एसडीएम सहित प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस के आला अधिकारी सहित लोगों को गांव के किनारे से हटाने की मुहिम में जुटे हुए हैं. जान माल का किसी तरीके से खतरा ना हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सारी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. गंगा क्षेत्र से जुड़े सभी इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.