बिजनौर:देश में एक तरफ कोविड-19 महामारी ने कहर बरपाया हुआ है तो दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दामों में तेजी से इजाफा हो रहा है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ गुरुवार को कांग्रेसी सड़कों पर उतर आए. कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि को वापस लेने के मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बिजनौर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने रिक्शा चलाकर बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों का विरोध किया. सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसियों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर केंद्र सरकार के नाम एक ज्ञापन एसडीएम बृजेश कुमार को सौंपा.
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष शेर बाज पठान का आरोप है कि क्रूड आयल में गिरावट के बावजूद लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत काफी कम होने के कारण भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत 45 से 50 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके बावजूद इस महामारी के दौर में महंगाई की मार लोगों को झेलनी पड़ रही, जबकि इस कोरोना संकट काल में लोगों के रोजगार छिन गए, व्यापार ठप है और किसान बेहाल है. डीजल की कीमत बढ़ने से किसानों की आमदनी पर फर्क पड़ रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री मोदी तेल की कीमतों में इजाफा कर रहे हैं, जिससे जनता त्रस्त और परेशान है.
लिहाजा तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पार्टी के कार्यकर्ता जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे गए और केंद्र सरकार को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम बृजेश कुमार को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेसियों ने सरकार से जल्द से जल्द इन बढ़े दामों को कम करने की मांग की है, ताकि देश की जनता को इस महंगाई के दौर में थोड़ी सी राहत मिल सके.