बिजनौर: फरार ईनामी कुख्यात बदमाश को पकड़ने के लिए पुलिस 21 थानों की भारी भरकम फौज लगाकर जंगलों की खाक छानने में जुटी है. लेकिन ट्रिपल मर्डर का हत्यारा अश्वनी उर्फ 'जॉनी दादा' पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस के आला अधिकारियों को डर है कि जॉनी दादा कहीं चौथी घटना को अंजाम न दे दे.
हत्यारे 'जॉनी दादा' की तलाश कर रही पुलिस
अश्वनी उर्फ 'जॉनी दादा' ने मामूली सी कहासुनी को लेकर पड़ोसी भाजपा नेता के बेटे और भतीजे को 26 सितंबर को दिन दहाड़े गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. पुलिस हत्यारे 'जॉनी दादा' की सरगर्मी से तलाश कर ही रही थी कि चार दिन बाद 30 सितम्बर को 'जॉनी दादा' ने एक तरफा प्यार में दिन दहाड़े युवती नितिका की गोली मारकर हत्या कर दी. वो भी महज इसलिए कि निकिता को दस साल पहले अश्वनी ने प्यार के लिए प्रस्ताव दिया था. लेकिन निकिता ने प्रस्ताव ठुकरा दिया था और कई साल से बिजनौर छोड़कर दुबई में बतौर एयर होस्टेस नौकरी कर रही थी.