बस्तीः जिले में कोविड वैक्सीनेशन के नाम पर गोलमाल सामने आ रहा है. यहां बिना वैक्सीन लगे ही सर्टिफिकेट बांटे जा रहे हैं. जब लोगों ने इसे लेकर आपत्ति दर्ज कराई तो स्वास्थ्य विभाग कह रहा है कि तकनीकी त्रुटि है, सुधार ली जाएगी. अब सवाल उठा रहा है वास्तव में यह तकनीकी त्रुटि है या फिर कोई और खेल.
दरअसल, प्रदेश में वैक्सीनेशन के टॉप जिले में आने की होड़ के चलते कई लोगों को बिना वैक्सीन लगाए ही सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं. इस सफलता का प्रचार सोशल मीडिया पर भी किया जा रहा है. अब जब बिना वैक्सीन लगाए बांट दिए गए सर्टिफिकेट सामने आए तो सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन को जमकर ट्रोल किया गया.
दरअसल, बस्ती शहर के गांधीनगर निवासी दिग्विजय ने बताया कि उनके मित्र ममून अहमद और उनकी बहन शाहिफ़ा खातून को कोरोना वैक्सीन की पहली ही डोज लगी है. इस वक्त वे दोनों शहर से बाहर हैं. अब दोनों को सरकारी आंकड़ों में पूरी तरह से वैक्सीनेटेड दिखाकर सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है जबकि अभी दोनों को दूसरी डोज लगी ही नहीं है. ये सर्टिफिकेट देखकर दोनों हैरान हैं आखिर यह हुआ कैसे. मोबाइल पर आए मैसेज के मुताबिक ममून ने कुदरहा CHC पर और बहन शाहिफा ने मरवटिया CHC में दूसरी डोज लगवाई है जबकि दोनों इस वक्त बाहर हैं.