बस्तीः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर पूरे प्रदेश के साथ जिले में भी सियासी हलचल तेज हो गई है. जिले की कप्तानगंज विधानसभा सीट पर 2022 में होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने बिसात बिछानी शुरू कर दी है. राजनीतिक दृष्टि से यह विधानसभा सीट वीआईपीमानी जाती है. क्योंकि इस सीट से पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी कई बार यूपी की विधानसभा में जीतकर पहुंचे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में मोदी लहर में भाजपा से चंद्र प्रकाश शुक्ला बसपा के राम प्रसाद चौधरी को हराकर विधानसभा पहुंचे थे.
कप्तानगंज विधानसभा में कुल मतदाता 3m46149 है, जिसमें पुरुष 1,90,000 और महिला मतदाता 1,55,376 हैं. कप्तानगंज विधानसभा में विधायक के प्रयास से फिलहाल बिजली की समस्या तो दूर हो गई है लेकिन बेरोजगारी, शुद्ध जल, सड़क सहित शिक्षा के क्षेत्र में मौजूदा विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ला कुछ खास काम नहीं किया. ऐसे में एक बार फिर से विधानसभा चुनाव आ गया है तो संभावित उम्मीदवार अपने अपने दावों और वादों के साथ जनता के बीच पहुंच रहे हैं. लेकिन आने वाला वक्त ही बताएगा कि 2022 में कप्तानगंज विधानसभा का असली कप्तान कौन होगा.
विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ला का रिपोर्ट कार्ड
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जीते भाजपा विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ला ने कप्तानगंज को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने कस्बे को जलजमाव से मुक्त कराने और पिपरौल घाट पर पुल बनवाने का वादा पूरा किया. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे विधानसभा क्षेत्र में ट्रामा सेंटर अभी भी आश्वासन की श्रेणी में ही है. कुछ वादे पूरे हुए हैं लेकिन सड़क शिक्षा पानी और बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता के सवाल अभी भी मुखर हैं. कप्तानगंज दुबौलिया मार्ग पर वायरलेस चौराहे तक 1 किलोमीटर दोनों तरफ नाली व सीसी रोड बन जाने से जलजमाव से फिलहाल मुक्ति मिली, इसके साथ पिपरौल घाट पर पुल बनने से भटा नारायणपुर सरवरिया सहित दर्जनों गांव के लोगों की राह आसान हो गई.