जानकारी देती डीआरपीओं नम्रता शरण बस्तीः प्रदेश के अधिकारी अपने अजब-गजब कारनामों के लिए चर्चा में बने रहते हैं. आज हम आपको विकास विभाग के ऐसे अधिकारी का कारनामा बताएंगे, जिसे देखकर यकीनन आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर किस मंशा के तहत योगी सरकार में भ्रष्टाचार की जड़ें किस कदर गहरी हो गयी हैं.
बस्ती मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर कुदरहा ब्लॉक क्षेत्र में आने वाले गांव गौरा धुंधा में बनाए गए सामुदायिक शौचालय की चर्चा जोरों पर है. क्योंकि जिस तरह की सोच के साथ इस सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है, वाकई में गजब का है. शौचालय बनाने वाले इंजीनियर, जेई और प्रधान ने एक ही टॉयलेट रूम के अंदर दो लगा दिया है.
दरअसल, गौरा धुंधा गांव में सेक्रेटरी और प्रधान ने 10 लाख की लागत से एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया है. लेकिन आज तक इस सामुदायिक शौचालय का कोई भी व्यक्ति प्रयोग नहीं कर पाया. इसके पीछे कारण यह है कि शौचालय बनाए तो गए मगर उसके दरवाजे नहीं लगाए गए. इसके साथ ही एक ही रूम में दो टॉयलेट सीट बैठा दिया गया. इसलिए इस अजूबे शौचालय का प्रयोग कोई नहीं कर रहा है.
जिला पंचायत राज अधिकारी नम्रता शरण ने बताया कि दोषी सेक्रेटरी को नोटिस जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही सख्त निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द उक्त सामुदायिक शौचालय को ठीक करें. इसके अलावा रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. वह खुद मौके पर जांच करने गई थी और सामुदायिक शौचालय की हालत देखकर अचरज में पड़ गई कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है.
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