बस्ती:रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) के बीच चल रहे युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी को भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. जिसके तहत वहां फंसे छात्रों की घर वापसी कराई जा रही है. गुरुवार को बस्ती, अमरोहा, कन्नौज सहित कई जिलों के छात्र और छात्राएं वापस सकुशल अपने घर लौट गए. उनके लौटने के बाद उनके परिजनों की आंखों में एक अलग तरह की खुशी दिखायी दी. वापस लौटे छात्रों में किसी ने भारत सरकार की सरहना की तो किसी ने आपबीती सुनायी तो किसी ने अभी भी वहां फंसे छात्रों को वापस लाने की अपील की.
बस्ती जिले के गोटवा के चिकित्सक डॉ. वीके वर्मा की पुत्री सुरभि वर्मा यूक्रेन से जब घर पहुंची तो परिजनों को ऐसा लगा जैसे मानों उनको दुनिया की सारी खुशियां मिल गई हो. लेकिन जब उसने आपबीती सुनाई तो उसे सुनकर भी लोगों का कलेजा कांप गया. सुरभि ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए हमने पहले ही स्वदेश आने के लिए 24 फरवरी को फ्लाइट की टिकट बुक करा रखा था. 23 फरवरी की शाम को हॉस्टल से निकल कर जब एयरपोर्ट पहुंचने वाले थे, तभी मैसेज आया कि अब सारी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. वहां से हमें लेजाकर दूतावास के निकट एक स्कूल के बेसमेंट में रखा गया. कारण यह था कि 24 की सुबह से ही बमबारी शुरू हो गई थी. वहां 24 घंटे में छः बच्चों के बीच एक बार एक प्लेट खाना मिलता था, जिसमें एक आदमी को तीन निवाला भी मिलना मुश्किल हो जाता था.
अमरोहा की दो छात्राएं वापस लौटीं
इसी तरह अमरोहा जनपद के जोया कस्बे की रहने वाली छात्रा अंशिका गौतम मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गई थी. वह सकुशल घर लौट आई है. इसके बाद परिवार के लोगों ने उसका जोरदार स्वागत किया. वहीं, भारत सरकार के मंत्री ने अंशिका गौतम को दिल्ली एयरपोर्ट रिसीव करने के लिए पहुंचे थे. अमरोहा के प्रीत विहार कॉलोनी निवासी मास्टर सतेंद्र सिंह की बेटी अंजली चौधरी को भी ऑपरेशन गंगा के तहत सकुशल वापस लाने में भारत सरकार कामयाब हुई. भाजपा के जिला अध्यक्ष ऋषि पाल नागर और उनकी टीम ने अंजलि का स्वागत किया.