बस्ती: जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा की महिला प्रधान की मौत पर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर निशाना साधा था. वहीं परिजनों की तहरीर पर जब पुलिस ने मामले की जांच की तो कहानी कुछ और ही सामने आई. एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या के आरोपों को खारिज कर दिया है.
दरअसल, बस्ती जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा गांव के महिला प्रधान के बेटे रामप्रकाश सोनकर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि वह अपनी मां को लेकर ग्राहक सेवा केंद्र, महेवा पैसा निकालने के लिए जा रहा था तभी रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे पवन कुमार समेत करीब 6 लोगों ने लाठी डण्डे से पीटना शुरू कर दिया. इस वजह से महिला प्रधान प्रभावती को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद महिला की इलाज के लिए अयोध्या ले जाते समय मौत हो गयी. वहीं इस खबर को प्रियंका गांधी ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट कर दिया, जिसके बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई.
एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या और कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि थाना परसरामपुर में 22 तारीख को एक सूचना नेवादा गांव से मिली थी कि राम प्रकाश सोनकर की मां को कुछ लोगों ने मार दिया है. इसकी सूचना पर तत्काल एडिशनल एसपी और क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया और उसकी जांच पड़ताल की गई. जांच में यह तथ्य निकलकर सामने आया कि राम प्रकाश सोनकर और और पवन कुमार निषाद दोनों में कहासुनी हुई थी और इसी चीज को लेकर राम प्रकाश पवन के घर बातचीत करने गए थे. जब वहां जा रहे थे तो उनकी मां भी पीछे से गयी, कुछ दूरी पर जाकर वह बेहोश होकर गिर गई थी, जिसके बाद उनको अयोध्या ले जाया गया और रास्ते में उनकी मौत हो गई.