बस्ती: दिल में छेद की बीमारी से लड़ते-लड़ते एक पांच वर्षीय माही ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. मृतक माही का इलाज न हो पाने को चिकित्सकीय लापरवाही मानते हुए समाजसेवी राना दिनेश प्रताप सिंह ने शुक्रवार को गांधी प्रतिमा के सामने भूख हड़ताल शुरू कर दिया था. शनिवार को देर शाम डीएम की पहल पर उन्होंने अपना भूख हड़ताल खत्म कर दिया है. उन्होंने जिला प्रशासन के सामने ही एलान किया कि अगर बस्ती में हृदय रोग विभाग शुरू नहीं कराया गया तो वे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
दरअसल, बीते शुक्रवार को गांधी कला भवन में तीन सूत्रीय मांगों को लेकर समाजसेवी दिनेश सिंह आमरण अनशन पर बैठ गए थे. जिला प्रशासन से कई बार बातचीत असफल हो गई. इस दौरान कई बार अधिकारियों से तीखी झड़पें भी हुईं. प्रशासन का कहना था कि बिना अनुमति आंदोलन गैर कानूनी है. यह धरना स्थल नहीं सरकारी कार्यालय है. वहीं समाजसेवी दिनेश सिंह का कहना था कि हम कानून तोड़ने के लिए जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन मेरी मांगे सुनी जाए. अंत में डीएम आशुतोष निरंजन ने बस्ती में हृदय रोग विशेषज्ञ तैनात करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा. इसके बाद मामला शांत हुआ.