बस्ती: कोरोना वायरस का संकट एक महीने के लॉकडाउन के बाद भी देश से खत्म नहीं हुआ है. वहीं सरकार लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए इससे बचाव के लिए जरूरी उपाय कर रही है. बीते दिनों सांसद निधि को सरकार ने पूरी तरह से कोरोना से बचाव कार्यों में खर्च करने के लिए वापस ले लिया था, लेकिन यूपी में अभी सरकार ने विधायकों की निधि को नहीं लिया है. हालांकि विधायक अपनी मर्जी से कोरोना से बचाव में निधि से खर्च कर सकते हैं. इसी बात को लेकर समाजसेवी दिनेश प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर विधायक निधि को कोरोना से लड़ने के लिए वापस लेने की मांग की है.
बस्ती में समाजसेवी बोले- विधायक निधि भी पूरी तरह कोरोना से बचाव के लिए खर्च करे सरकार
उत्तर प्रदेश के बस्ती में कोरोना वायरस को लेकर आ रहे खर्च को लेकर समाजसेवी दिनेश प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने विधायक निधि को कोरोना से लड़ने के लिए वापस लेने की मांग की है.
इस बाबत दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने 20 दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी दोनों को सांसद निधि और विधायक निधि वापस लेकर कोरोना से बचाव में खर्च करने की मांग की थी. उन्होंने बताया कि वे केंद्र सरकार को इसके लिए धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने सांसद निधि वापस ली, लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसा नही हुआ.
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि सांसद के बाद विधायक खुद अपनी निधि कोरोना से बचाव में दान कर देंगे, लेकिन वो खुद से आगे नही आए. उन्होंने कहा कि ऐसे में अब सरकार को विधायक निधि को वापस लेना चाहिए. हालांकि कुछ लोगों को इसमें आपत्ति भी है और ये वही लोग हो सकते हैं जो न तो संवेदनशील हैं और न ही सामाजिक. उन्होंने कहा कि निधि देने में क्या दिककत है. जब जनता ही नही रहेगी तो वे निधि किस काम आएगी.