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सफाईकर्मी सूरज ने प्लास्टिक कचरे से बनाई महात्मा गांधी की मूर्ति

यूपी के बस्ती जिले में सफाईकर्मी सूरज ने प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल कर गांधी जी की प्रतिमा तैयार की है. इस प्रतिमा को बनाने में प्लास्टिक लोहे के छोटे टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है.

सफाईकर्मी सूरज ने प्लास्टिक कचरे से बनाई महात्मा गांधी की मूर्ति
सफाईकर्मी सूरज ने प्लास्टिक कचरे से बनाई महात्मा गांधी की मूर्ति

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Published : Jun 13, 2021, 12:19 PM IST

बस्ती: जनपद के बहादुरपुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भेड़िहा में तैनात सफाईकर्मी सूरज पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को असल मे मूर्त रुप दे रहा है. सफाई कर्मचारी सूरज पूरे गांव में कचरा साफ करने के साथ ही कचरे में मिली पन्नी को नष्ट करने के बजाय उसे इकट्ठा करता है. सूरज ने इकट्ठा की गयी पन्नियों से महात्मा गांधी की प्रतिमा का निर्माण किया है, जिसे देखकर आपको यह लगेगा ही नहीं कि यह मूर्ति सिर्फ प्लास्टिक वेस्ट से बनायी गयी है.

सफाईकर्मी सूरज ने प्लास्टिक कचरे से बनाई महात्मा गांधी की मूर्ति

सूरज ने बताया कि गांव में लोग पन्नी को फेंक देते हैं जो पर्यावरण के लिए खतरा बनती जा रही है. ऐसी पन्नी को हमने इकट्ठा करके उसकी रस्सी बनाई, जूट के बोरे और कुछ लोहे के टुकड़े, सीमेन्ट लगाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा को तैयार किया है. सूरज ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस के दिन इस प्रतिमा को स्थापित करना था, लेकिन पेंटिग का कार्य पूरा न होने से यह प्रतिमा जिला मुख्यालय पर स्थापित नहीं हो पायी. सूरज की इस कला को देखने के लिए दूर दूर से लोग आ रहे हैं.

स्नातक पास सफाई कर्मी सूरज ने गांव में झाडू लगाने के साथ ही बोरा लेकर गांव से निकलने वाले कचरे को इकक्ठा करके प्लास्टिक को अलग करता है. सूरज प्लास्टिक को बेचकर ग्राम पंचायत के खाते में 17 हजार रुपये जमा भी कर चुका है.

सूरज ने गांव के चारों तरफ सार्वजनिक स्थानों पर फूल के पौधे भी लगाए हैं. सूरज को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम प्रधान ने उसे 51 सौ रुपये का पुरस्कार दिया तो सूरज ने 41 सौ रुपये ग्राम पंचायत के खाते में जमा करके एक मिसाल कायम की है. पॉलिथीन की रस्सी बनाकर महात्मा गांधी जी की प्रतिमा बनाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कर रहे इस सफाई कर्मचारी की प्रशंसा गांव के सभी लोग कर रहे हैं. सूरज गांव की जनता को यह संदेश दे रहा है कि पॉलिथीन पर्यावरण के लिए खतरा है. सभी लोग पॉलिथीन का सदुपयोग करके पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक हो.

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