बस्ती: सरकार की योजनाओं की सरकारी लूट की जीता जागता नमूना देखना हो तो बस्ती चले आइये, जहां सल्टउवा ब्लाक के शिवपुर गांव के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि उमेश सिंह ने कागज में ऐसा टनाटन काम किया कि गांव में विकास, सूरज की रौशनी में भी लोगों को दिख नहीं रहा है.
ये तलाब जो देखने में आपको तालाब दिख रहा है असल मे ये तालाब नहीं बल्कि शिवपुर गांव के लल्लनटॉप प्रधान की नोट छापने की मशीन है. जहां पानी नहीं बल्कि सिक्कों की खनक सुनाई पड़ती है. दरअसल गांव के ही रहने वाले छत्रपति यादव और बब्बू सिंह ने अपने खर्चे से तालाब का निर्माण कराया, मछलियां पाली, जिसे देख प्रधान ने मौका पाकर ब्लाक के कुछ फरेबी कर्मचारियों से मिलकर तालाब के सौंदर्यीकरण के मद का लाखों रुपए हड़प लिए.
कागज में किया ऐसा टनाटन काम, सूरज की रौशनी में भी नहीं दिख रहा विकास - village development in basti
देश के चहुमुखी विकास के खातिर केंद्र और राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही. सड़क निर्माण, बिजली, पानी, उज्जवला योजना और युवाओं के लिए खेल मैदान ग्राम पंचायत तक पहुंचाने का काम कर रही है. मगर ज्यादातर निर्माण भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गए तो कुछ विकास की बाट जोह रहे हैं. ताजा मामला बस्ती जिले से है.
सूरज की रौशनी में भी नहीं दिख रहा विकास
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बहरहाल इस पूरे मामले पर हमने जिले के विकास वाले बड़े अफसर से बात की तो साहब ने कहा कि जांच कराइ जाएगी और कार्रवाई भी की जाएगी, लेकिन अफसर बाबू हमारा भी ये सवाल है कि आपके रहते ब्लाक के फरेबी अफसर और बाबू इतना बड़ा कारनामा कर कैसे गए.
Last Updated : Jul 29, 2021, 12:58 PM IST