बस्ती: जिले में पिछले दिनों ट्रक की टक्कर से तीन मजदूरों की मौत हो गई थी. अब इस मामले ने नया मोड़ लिया है. पुलिस जांच में तीनों मजदूरों की हत्या कराये जाने की पुष्टि हुई है. इस मामले में ट्रक ड्राइवर और खाद्यान्न माफिया को दोषी पाया गया है. पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना के तार सरकारी खाद्यान्न की अवैध बिक्री से जुड़े हुए हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
बिहरा गांव के सामने पल्लेदारों को ट्रक से ठोकर मारे जाने के मामले में घटना के बाद गुरुवार को मृतक मजूदर लल्लन निवासी धर्म सिंहपुर के चचेरे भाई जगदीश प्रसाद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. घायल विकास और जंगबहादुर के बयान के बाद पुलिस ने शुक्रवार से हादसे की जांच, हत्या मानकर शुरू की. आरोपित ट्रक चालक और स्कॉर्पियो लेकर चलने वाले खाद्यान्न माफिया रघुवर सिंह के पकड़े जाने के बाद पूरे घटना का सीन और कहानी बदल गई. एएसपी रविन्द्र सिंह ने बताया कि मामले में गिरफ्तारी करके आगे की कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस जांच में सामने आया सच
दरअसल, 2 सितंबर की रात 130 बोरी चावल भीटी मिश्र के सरकारी गोदाम से निकालकर हसीनाबाद के आढ़ती प्रेमचंद गुप्ता को बेचा गया था. गौर के सहायक विपणन अधिकारी राम सूरत वर्मा के निजी चालक रघुवर सिंह ही ट्रक के साथ पल्लेदारों को लेकर गए थे. लौटते समय संसारीपुर में पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया. विवाद में ट्रक चालक ने पल्लेदारों की हत्या करने के लिए ठोकर मारी, जिसमें तीन पल्लेदारों की मौत हो गई. जबकि दो घायल हो गए थे. घटना के दो चश्मदीद पल्लेदार जंगबहादुर और विकास के जिला अस्पताल में दिए गए बयान के बाद मामले में नया मोड़ आ गया.