बस्ती: योगी सरकार के तमाम दावों के बाद भी सड़कों को गड्ढा मुक्त नहीं किया जा सका. जिले की तमाम सड़कों पर गड्ढा बना हुआ है. आलम यह है कि हल्की सी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर जाता है. शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने सड़क पर धान रोप कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
बस्ती: बारिश से जलभराव, ग्रामीणों ने सड़क पर धान रोप कर किया प्रदर्शन - सड़क पर हुआ जलभराव
बस्ती जिले में सड़कों के गड्ढा युक्त होने के चलते बारिश में सड़कों पर जलभराव हो गया है. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क पर धान रोप कर प्रदर्शन किया. साथ ही वर्तमान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

जिले की तमाम सड़कें गड्ढा युक्त
ग्रामीणों का कहना है कि जिले में सड़कों की स्थिति को सुधारा क्यों नहीं जा रहा है. सड़कों की जमीनी हकीकत विकास के दावे को मुंह चिढ़ा रही है. मानसून की पहली ही बारिश में सड़क तालाब के रूप में तब्दील हो गई है. योगी सरकार के सिर्फ कागजी विकास का सच जनता के सामने नजर आ रहा है. समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय उर्फ सुदामा ने ग्रामीणों के साथ महूघाट विशेषरगंज मार्ग पर धान रोपाई कर सरकार विरोधी नारे लगाए.
धरना की दी चेतावनी
चन्द्रमणि पाण्डेय ने कहा कि सरकार की सारी विकास योजनाओं की तरह सड़कें भी महज कागजों में गड्ढा मुक्त हुई हैं. राम और रामजानकी मार्ग के नाम पर राजनीति करने वाली योगी सरकार तो पूर्ववर्ती सरकार से भी नाकाम सिद्ध हो रही है. हाईवे से रामजानकी मार्ग को जोड़ने वाले महूघाट विशेषरगंज मार्ग की तरह ही जनपद की ज्यादातर सड़कें पहले ही बारिश में नाले के रूप में तब्दील हो चुकी हैं. पिछले एक दशक से ये सड़क बदहाल है. अगर शासन-प्रशासन सड़कों को गढ्ढा मुक्त नहीं कराता है तो हम धरने पर बैठने को मजबूर होंगे.