बस्ती: कोरोना संकट के वक्त भी देश भर में कई अजब-गजब कारनामें करने वाले देखने को मिल जाएंगे. ऐसा ही आजकल कुछ बस्ती जिले में देखने को मिल रहा है. जहां खुद को गरीब, निरीह और असहाय मानने वाले एक नेताजी पिछले दो साल से सुदामा का भेष बनाकर अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता की समस्या उठाते आ रहे हैं. इस बार वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खेतों में जाकर किसानों के साथ गेहूं की फसल काटकर अन्य नेताओं को चुनौती दे रहे हैं.
नेताजी ने वीडियो जारी कर अन्य नेताओं को दी चुनौती
जनता की आवाज बुलन्द करने वाले नेता चन्द्रमणि पाण्डेय उर्फ सुदामाजी चुनावी मौसम में किसान हितैषी बनने वाले नेताओं, अभिनेताओं पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने लॉक डाउन के दौरान गेंहू काटने का एक वीडियो जारी करते हुए चुनौती दी है कि सच्चे किसान हितैषी आगे आएं और मेरे साथ खेत में गेहूं काटकर दिखाएं.
किसानों के हितों की उपेक्षा दुर्भाग्यपूर्ण-चन्द्रमणि पाण्डेय
नेताजी ने कहा कि किसानों के प्रति हमदर्दी है तो किसानों का दुख बांटना जरूरी है. वैसे तो धारा 144 का हवाला देकर प्रशासन उनकी आवाज दबा देता है, लेकिन इस बार समाजसेवी ने आगाह किया है कि 15 मई तक अगर सरकार ने फसल का समर्थन मूल्य बढाने और आपदा राहत देने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं किया तो वह डीएम कार्यालय पर एकल भूख हडताल करेंगें. उन्होंने कहा कि आज समाज के सभी वर्गो का जीवन यापन में साधक कृषक और कृषि उत्पादन है. ऐसे में उसके हितों की उपेक्षा दुर्भाग्यपूर्ण है.