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बस्ती में बुखार का प्रकोप जारी, 14 साल की किशोरी की मौत

बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में एक किशोरी की तेज बुखार आने से मौत हो गई. मृत किशोरी के दोनों भाई भी बुखार से ग्रसित है. जहां दोनों का इलाज सीएचसी में चल रहा है.

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Published : Jun 29, 2019, 5:47 PM IST

बस्ती के जिला अस्पताल में बुखार का कहर


बस्ती : जिले में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है. जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. विक्रमजोत ब्लॉक क्षेत्र के तुर्सी गांव में एक 14 वर्षीय किशोरी की तेज बुखार के चलते मौत हो गई. वहीं मृत किशोरी के दो भाई भी इसी बीमारी से ग्रसित हैं.

बस्ती में बुखार का प्रकोप, एक बच्ची की मौत

बुखार से पीड़ित किशोरी की मौत-

  • तुर्सी गांव के अनुसूचित पुरवे के रामअनुज की पुत्री सावित्री, खेतों में बकरी चराने गई थी.
  • घर लौटते ही अचानक तेज बुखार और पैरों में अकड़न के चलते जमीन पर लेट गई.
  • परिजन तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत ले गए जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
  • थोड़ी ही देर बाद घर पर सावित्री के दो भाई विक्की और संदीप की भी तबीयत बिगड़ गई जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विक्रमजोत लाया गया.

संक्रामक बीमारी की जांच करने पहुंचे सीएसी प्रभारी-

  • सीएचसी प्रभारी डॉ. आसिफ फारुखी, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी शुभकरन के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम तुर्सी गांव पहुंची.
  • जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि सावित्री की मौत की सूचना पर गांव में स्वास्थ्य टीम ने दौरा किया.
  • दौरा करने के दौरान गांव में किसी भी प्रकार की संक्रामक बीमारी के फैलने की बात सामने नहीं आई है.
  • बस्ती जिला अस्पताल में बने चिल्ड्रेन वार्ड में एक बेडों पर दो-दो बच्चों को एडमिट कर इलाज चल रहा है.

डॉक्टरों के मुताबिक कैसे हुई किशोरी की मौत-

  • लड़की की मौत तेज धूप से आने के बाद तुरंत पानी पीने से हुए स्ट्रोक के कारण हुई है. उसके भाइयों की जांच की जा रही है.
  • अस्पलात में भर्ती बच्चों के परिजनों ने बताया कि बच्चों को पेट में दर्द उठा और शरीर में दर्द होना शुरू हो गया.
  • देखते ही देखते कुछ समय बाद तेज बुखार चढ़ने लगा, जिसके बाद स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया.
  • प्राथमिक उपचार के दौरान जिला अस्पताल में लेकर आये. यहां पिछले चार दिनों से इलाज चल रहा है.अब बच्चों की हालत काफी हद तक ठीक हो चुकी है.

हमारे यहां बुखार से आने वाले सभी बच्चों की चेकिंग कि जा रही है जो अधिक बुखार से पीड़ित है. उनके बारे में कंट्रोल रूम को भी सूचित किया गया है. यहां एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) की पूरी तैयारी है. 10 कमरों का पेट्रियोडिक कॉमन यूनिट वार्ड भी है और उसमें 5 बेड और बढ़ा दिया गया है. साथ ही जितने भी मरीज आ रहे है उनके परिजनों को भी साफ सफाई रखने के लिए बताया जा रहा है
ओ पी सिंह, प्रमुख अधीक्षक

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