बस्तीः अभी तक आपने सरकारी महकमों के भ्रष्टाचार और लापरवाही के कई मामले सुने होंगे. आज हम आपको जो मामला बताने जा रहे हैं वह सबसे अलग है. जी हां, हम आपको बताने जा रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाने वाले इस अनूठे मामले के बारे में. दरअसल, जिले का एक सामुदायिक शौचालय (community toilet in basti) इन दिनों सोशल मीडिया (social media) पर चर्चा का विषय बना हुआ है. इस शौचालय में बिना दरवाजे और दीवार के एक साथ लगाई गईं चार टॉयलेट सीटों को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा हो रही है. लोग इसकी खिल्ली उड़ाने के साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर की गई इस कलाकारी पर अपना गुस्सा भी जता रहे हैं. वहीं, जिम्मेदार बचाव के लिए इसे बच्चों का टॉयलेट बताकर बचने की कोशिश कर रहे हैं.
दरअसल, बस्ती जनपद से 40 किलोमीटर दूर तहसील रुदौली क्षेत्र के धंसा गांव में बने सामुदायिक शौचालय में बिना दीवार और दरवाजे के एक साथ लगाईं गईं चार टॉयलेट सीटों को लेकर हर कोई अंचभित है. ग्रामीणों में इसे लेकर खासा रोष है. उनका कहना है कि इसके पीछे भ्रष्टाचारी हैं. पंचायती राज विभाग की ओर से बनवाए गए इस टॉयलेट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रहीं हैं. मामला सोशल मीडिया में आने पर पहले तो बचाव में यह कहा गया कि यह बच्चों के लिए टॉयलेट बनवाया गया है. इसके बाद गलती को छिपाने के लिए टॉयलेट में एक साथ लगाई गई चारो सीटों को उखाड़ दिया गया.