बस्ती:योगी सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर जो जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. उसका असर भ्रष्ट अधिकारियों पर दिखने लगा है. बता दें कि बस्ती मंडल के उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह को लगभग 4 करोड़ के वित्तीय अनियमितता के मामले में शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह निलंबित. दरअसल, जिला प्रोबेशन कार्यालय बस्ती के लेखा परीक्षण के दौरान ऑडिट में पाया गया कि साल 2017 (अगस्त) से 2019 (अक्टूबर) के बीच चार करोड़ 83 लाख 99 हजार 73 रुपये का कैश बुक तैयार किए बिना भुगतान किया गया था. साथ ही इतना ही नहीं जांच में कार्यालय मद के पैसे को अनियमित आहरण करने और 8 लाख रुपये बिना बिल बुक के फर्जी भुगतान की बात भी सामने आई.
वित्तीय अनियमितता में बस्ती मंडल के उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह निलंबित जांच में आरोप पाए गए सही
वहीं शासकीय अधिकारी नरेंद्र सिंह पर आदेश की अवहेलना का भी आरोप लगा था. बता दें कि इन सभी आरोपों की जांच जिलाधिकारी और मंडलायुक्त के स्तर से जांच कराई गई थी. जिसके बाद जांच में मामला सही पाए जाने के बाद शासन को कार्रवाई की सिफारिश की गई थी.
इसे भी पढ़ें:COVID-19: UP में कोरोना के 18 नए मामले आए सामने, आंकड़ा पहुंचा 2229
शासन ने की कार्रवाई
बता दें कि शासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उप मुख्य प्रोबेशन अधिकारी नरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही इनके ऊपर शासकीय दायित्व में लापरवाही बरतने, वास्तिवक तथ्यों से अवगत न कराने, विभाग की छवि धूमिल करने आदि के संबंध में अनुशासनिक कार्रवाई भी प्रस्तावित कर दी गई है. साथ ही निलंबन के दौरान महिला कल्याण निदेशालय से सम्बद्ध कर दिया गया है.