बस्ती:रुधौली विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधायक ने जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, मंगलवार से बस्ती महोत्सव का आगाज हो रहा है और ठीक एक दिन पहले विधायक का जिला प्रशासन के खिलाफ बगावती तेवर कई सवाल खड़े कर रहा है.
बीजेपी विधायक ने जिला प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप. 'बस्ती महोत्सव के लिए की गई वसूली'
विधायक संजय जायवसाल ने आरोप लगाया कि जिले में महोत्सव के नाम पर जिले के अधिकारी, कर्मचारी, व्यापारी और कई संगठन के लोगों से जमकर वसूली की जा रही है, जबकि गन्ना किसानों का बस्ती की चीनी मिलों पर 99 करोड़ का बकाया है और जिला प्रशासन महोत्सव कराने में लगा हुआ है. विधायक ने विभिन्न विभागों से वसूली किए गए रुपयों की जानकारी देते हुए एक लिस्ट जारी की है, जिसमें उन्होंने किस विभाग से कितने रुपये वसूले गए हैं. इसका खुलासा किया है.
इन लोगों से की गई वसूली
बीजेपी विधायक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में सरकारी शराब की दुकानों से 25 से 30 लाख रुपये की वसूली हुई है. इसके अलावा जनपद के सभी 1365 कोटेदारों से लगभग 1000 से 1500 रुपये की वसूली की गई. सभी ब्लॉकों के एसएमआई से लगभग 20 हजार रुपये प्रति गोदाम की वसूली हुई है.
इतना ही नहीं, सभी पेट्रोल पंपों से लगभग 10 हजार रुपये प्रति पम्प की वसूली की गई है. जनपद के सभी ड्रग लाइसेंस मेडिकल स्टोरों से लगभग 1000 रुपये प्रति दुकान के हिसाब से वसूली हुई है.
'लूट का उत्सव बना बस्ती महोत्सव'
बीजेपी विधायक ने कहा कि सभी नगर पंचायतों से 1 लाख, भट्ठा व्यवसायी से लगभग 10 से 15 हजार, नर्सिंग होम से लगभग 25 से 30 हजार, सीएचसी सेंटर से लगभग 20 हजार, हर बैंक से 3 लाख, राइस मिल एसोसिएशन से लगभग 15 लाख, 1249 से अधिकांश ग्राम पंचायतों से लगभग 5 हजार रुपये प्रति ग्राम पंचायत की वसूली की शिकायतें उन्हें मिली है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को चूर-चूर कर रहा है. बस्ती महोत्सव लूट का उत्सव बन गया है.
बकाएदारों का किया जा रहा उत्पीड़न
बीजेपी विधायक ने कहा कि जनपद का करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है और जिला प्रशासन अवैध वसूली कराने में लगा है. वहीं दूसरी तरफ जनपद के सम्मानित राजस्व के बकाएदारों पर जिला प्रशासन इस कदर उत्पीड़न कर रहा कि उनकी समस्त संपत्तियों की कुर्की और नीलामी की कार्रवाई कराकर उसे समाचार पत्रों में प्रकाशित कर विभिन्न विभाग के राजस्व बकायेदारों का सामाजिक तथा मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.
इस वजह से हुए अलग
बीजेपी विधायक संजय जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कमजोरों पर कार्रवाई और बड़े राजस्व बकाएदारों को सहूलियत दी जा रही है. जिला प्रशासन के दोहरे नीति से प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है. इतना ही नहीं बस्ती की धरोहर आचार्य रामचंद्र शुक्ल का बस्ती महोत्सव में न कहीं नाम और न ही स्थान है. उनकी मूर्ति खेतों में पड़ी हुई है, जिसे पिछले कई वर्षों से बड़ेवन चौराहे पर स्थापित करवाने की मांग कर रहा हूं, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा. इन्हीं कारणों से मैंने अपने आप को पिछली बार भी बस्ती महोत्सव से अलग किया था. इस बार भी बस्ती मोहत्सव से अलग करने का एलान कर दिया है.
'मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत'
विधायक ने मांग की है कि जिला प्रशासन श्वेत पत्र जारी करे कि बस्ती महोत्सव कराए जाने के लिए उन्हें कितनी- कितनी धनराशि कहां से प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि जब तक मेरे गन्ना किसानों का बकाया भुगतान व आचार्य रामचंद्र शुक्ल की उपेक्षित मूर्ति का अनावरण बड़ेवन चौराहे पर नहीं होता, तब तक वे महोत्सव का बहिष्कार करते रहेंगे. विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बस्ती महोत्सव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने की भी बात कही.
यह महोत्सव पूरी तरह से पारदर्शी है. किसी को अगर कोई आपत्ति है तो वो मुझसे संवाद कर सकता है. विधायक ने जो भी आरोप लगाए हैं, वो सब गलत व निराधार हैं.
-आशुतोष निरंजन, डीएम
ये भी पढ़ें:बस्ती: बीजेपी विधायक ने सपा के पूर्व विधायक पर की अभद्र टिप्पणी