बस्ती: जनपद में एसओ की तैनाती को लेकर चल रहा मामला गरमा गया है. एसओ की तैनाती को बीजेपी नेताओं के बीच तलवारें खिंच गई हैं. पार्टी का एक गुट थाना गौर में नियुक्त एसओ को हटाने की जिद पर अड़ा है तो वहीं दूसरा धड़ा एसओ के पक्ष में पैरवी करने एसपी ऑफिस जा पहुंचा. अब सत्ता के दो गुटों के बीच फंसे एसपी पंकज कुमार की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है.
एसओ की तैनाती को लेकर भिड़े भाजपाई. ...आखिर माजरा क्या है !
बीजेपी नेताओं का एक पक्ष एसओ गौर संजय नाथ तिवारी पर दबंगई और भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है तो वहीं दूसरे पक्ष के लोग एसओ को ईमानदार बता रहे हैं. एसओ के पक्ष में पैरवी करते हुए बीजेपी नेताओं ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में गोकशी लगातार हो रही थी. दलाली चरम पर थी, जिस पर एसओ ने पूरी तरह से रोक लगा दी. इसके बाद से ही भाजयुमो नेता वरुण और उनके साथी एसओ को हटवाने का प्रयास कर रहे हैं.
बीजेपी नेताओं ने एसओ की तैनाती को लेकर एसपी से की मुलाकात.
एसओ गौर संजय तिवारी को क्षेत्र की जनता पसंद करती है. एसओ ने क्षेत्र की कानून व्यवस्था में सुधार किया है जो वरुण और उनके लोगो को पसंद नही आ रहा है इसीलिए वे लोग एसओ पर गलत आरोप लगाकर हटाने का प्रयास कर रहे हैं.
- रिंकू दुबे, बीजेपी नेता
जो लोग एसओ के खिलाफ बोल रहे थे, उनमें वरुण को छोड़कर कोई भी बीजेपी से नहीं है. उन्होंने बताया कि वरुण के साथ कुछ ऐसे लोग हैं जो गोवध करते थे जिस पर एसओ ने रोक लगा दी. साथ ही तमाम गैर कानूनी कामों पर भी प्रतिबंध लगा दिया. इससे नाराज होकर वरुण और उनके साथी एसओ के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
- अमन, भाजयुमो नेता
पूर्व में एसओ के खिलाफ पत्र लेकर कुछ लोग आए थे और अब उसके पक्ष में कुछ लोग आए हैं. सीओ को जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
- पंकज कुमार, पुलिस अधीक्षक
बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता वरुण, व्यापारी और ग्राम प्रधान सहित भारी संख्या में लोगों ने पुलिस अधीक्षक बस्ती से गौर एसओ की शिकायत की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि एसओ साहब कहते हैं कि 10 एनकाउंटर कर चुरा हूं. जो मेरे खिलाफ बोलेगा उसका एनकाउंटर कर देंगे. साथ ही जो पीड़ित जनता और जनप्रतिनिधि व्यापारी थाने पर जाता है, उसे भी गाली देकर भगा देते हैं.