बस्ती: वन विभाग के अभिलेख में चंदो ताल पक्षी विहार घोषित है, जिसके बाद करोड़ों रुपये लगाकर डेवलप भी किया गया. आज इसकी स्थिति बदतर हो गयी है, इसका सबसे बड़ा कारण देखभाल की कमी है. इतना ही नहीं कर्मचारी भी यहां मात्र तीन हैं, जिनको भी वन विभाग सैलरी टाइम से नहीं दे रहा. कर्मचारी दीनानाथ ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक महिला की नियुक्ति हुई है और उनको वेतन समय से मिलता है. मेरा वेतनरोक दिया गया है. इतना ही नहीं कर्मचारी को कार्य मुक्त भी करने की बात कही गयी है.
पक्षी विहार की हालत है बदहाल
पक्षी विहार की सही देखभाल न हो पाने के कारण वह अब जर्जर स्थिति में पहुंच गया है. करोड़ों रुपये खर्च कर इसे पर्यटकों के लिए विकसित किया गया, लेकिन आज यहां आने-जाने वाला कोई नहीं. सबसे बड़ी बात ये है कि वन विभाग देखभाल को लेकर गम्भीर ही नहीं है. जो भी कर्मचारी पक्षी विहार के देखभाल के लिए तैनात हैं उसे एक साल से वेतन नहीं मिला. डीएफओ ने उसे कार्यमुक्त करने का आदेश भी सुना दिया है.
पिछले दो साल से नहीं मिला कर्मचारी को वेतन