बस्ती:जिले के बंजरिया में भारत-इजराइल के संयुक्त सेंटर आफ एक्सीलेंस में फल और सब्जी की ब्रीड तैयार हो चुकी है. कई जिलों से किसान यहां पहुंचकर उच्च गुणवत्ता के पौधे लेकर जा रहे हैं. अब पूर्वांचल के किसान भी उच्च गुणवत्ता के फल और सब्जी विदेशों में बेच सकेंगे. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में तैयार पौधों को लगाकर किसान अपना उत्पादन 40 प्रतिशत तक बढ़ाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं.
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भारत-इजराइल फल उत्कृष्ट केंद्र
बस्ती के बंजरिया में भारत-इजराइल फल उत्कृष्ट केंद्र 7.4 करोड़ की लागत से बनाया गया है. इस सेंटर को इजराइल के वैज्ञानिकों की मदद से बनाया गया है. इस सेंटर में फल और सब्जी की उच्च गुणवत्ता के पौधे तैयार किए जा रहे हैं. इन पौधों को लगाकर किसान अपना उत्पादन 40 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हाईटेक प्रोसेस से तैयार होने वाले फलों की क्लालिटी, साइज और वेट एक्सपोर्ट लायक होंगे और उसे उत्पादन कई गुना तक बढ़ जाएगा. किसान इस प्रोसेस को अपने बागों में अपनाकर हाई क्वालिटी के आम, केला, अनार, पपीते जैसे फलों की पैदावार कर सकेंगे. इन पौधों से तैयार फल और सब्जी भी उच्च गुणवत्ता के होंगे. जिन्हें यहां के किसान विदेशों में भी बेच सकेंगे. इस सेंटर को हाइटेक तरीके से बनाया गया है. इन पौधों को तैयार करने के लिए कीटनाशक दवाओं का भी प्रयोग नहीं किया जाता है. यहां के फल और सब्जियां स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होते हैं. इस सेंटर को बनाने के तीन मुख्य उद्येश्य हैं. किसानों को अच्छी गुणवत्ता का प्लांटिंग मैटेरियल मिले, किसान अच्छी तकनीक से पौधों को तैयार करें और किसानों के लिए उर्वरक प्रबंधन करना. इसके अलावा इस सेंटर का सबसे मुख्य उद्देश्य किसानों को प्रशिक्षण करना है, ताकि वह तकनीक की मदद से खेती कर सकें.
किसानों की बढ़ जाती है आमदनी
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस से पूर्वांचल के किसानों को बहुत लाभ मिल रहा है. छोटे किसान भी इस सेंटर में ट्रेनिंग लेकर अच्छी फसल पैदा कर रहे हैं. पूर्वांचल में कम जोत वाले किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है. इस सेंटर से छोटे किसानों के अच्छे दिन आ गए हैं. इस सेंटर से कई जिलों के किसान फल और सब्जी के पौधे लेकर जा रहे हैं. इस सेंटर में तैयार पौधों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन पौधौं को जमीन पर लगाते ही वो तुरंत बढ़ने लगते हैं. इसकी वजह से आम पौधों के मुकाबले ये पौधे कम समय में तैयार हो जाते हैं. इससे किसानों को पहले उत्पादन मिलने लगता है, जिससे उनकी आमदनी बढ़ जाती है. कई जिलों के किसान इस सेंटर से फल और सब्जी के पौधे ले जाते हैं. इस सेंटर के फल और सब्जी बहुत अच्छी गुणवत्ता के होते हैं, क्योंकि इनको वैज्ञानिकों की देख-रेख में तैयार किया जाता है. यहां के पौधे बाहर के पौधों से 40 प्रतिशत अधिक उत्पादन देते हैं. इनकी क्वालिटी भी अच्छी रहती है. पौधों की सबसे खास बात यह है कि ये आम पौधों से बहुत कम समय में ही फल देने लगते हैं, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ जाती है.