बस्ती: जिले का बैडमिंनट खिलाड़ी लाॅकडाउन के कारण इंडोनेशिया में फंसा है. खिलाड़ी 15 मार्च को अपने खर्चे पर वहां बैडमिंटन का प्रशिक्षण लेने गया था. इसी बीच कोरोना वायरस के कारण देश में लाॅकडाउन घोषित कर दिया गया. अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी बंद कर दी गईं और खिलाड़ी वहीं पर फंस गया. खिलाड़ी के पिता ने उसे वहां से वापस लाने के लिए जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
जिले के बनकटी ब्लॉक के कराहपीठिया गांव का निवासी शिवम मिश्र बैडमिंटन का राष्ट्रीय खिलाड़ी है. उसके पिता कृष्ण कुमार मिश्र एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करते हैं. उन्होंने बताया कि बेटे को इंडोनेशिया में एक महीने के बैडमिंटन प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा था, लेकिन अब प्रशिक्षण संस्थान दो माह का 2 लाख 63 हजार रुपये मांग रहा है. प्रशिक्षण संस्थान के शुल्क मांगने से परेशान खिलाड़ी के पिता ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
खिलाड़ी के पिता ने जिलाधिकारी से मांगी मदद. अंडर-19 का अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है शिवम
कृष्ण कुमार मिश्र ने बताया कि उनका बेटा शिवम बाबू बनारसी दास बैडमिंटन एकेडमी लखनऊ में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है. वह अंडर-19 का अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है. इसी बीच एक माह के प्रशिक्षण के लिए 15 मार्च को इंडोनेशिया गया था. इस बीच लाॅकडाउन लग गया और वह वहीं पर फंस गया. उन्होंने बताया कि मदद के लिए स्थानीय सांसद और विधायक के पास भी गया, लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की. डीएम आशुतोष निरंजन ने मदद का आश्वासन दिया है.
जिले के डीएम रहे डाॅ. राजशेखर ने की थी मदद
खिलाड़ी के पिता ने बताया कि जिले के डीएम रहे डाॅ. राजशेखर ने बेटे को प्रशिक्षण के लिए इंडोनेशिया भेजने में आर्थिक मदद की थी. वहीं अखिल भारतीय पंचायत परिषद के राष्ट्रीय महासचिव राणा दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि डीएम आशुतोष निरंजन को पत्र लिखकर मदद की मांग की गई है. डीएम ने जिला खेल अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. जिला खेल अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि 18 जून को रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी और खिलाड़ी को वहां से वापस लाने के लिए हर संभव मदद की जाएगी.