बस्ती:जिले में गुरुवार को डीएम प्रियंका निरंजन की कार्रवाई से भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया है. IAS के चाचा जगदीश प्रसाद सिंह उर्फ ओम जी ने अवैध तरीके से पिछले 40 सालों से सरकारी जमीन पर कब्जा जमा रखा था. जगदीश प्रशाद ने अभिलेखों में हेरा फेरी कर उस जमीन पर एक विद्यालय खोल दिया था. इतना ही नहीं आरोपी जगदीश ने सरकारी जमीन को अपना बताकर नेशनल हाईवे से सड़क बनते समय मुआवजा भी ले लिया था.
जानकारी देते IAS प्रियंका निरंजन और SDM शैलेश दुबे यह मामला जिले के बहादुरपुर ब्लॉक के नगर खास का है. जहां चंद्रशेखर उपाध्याय ने डीएम से मिलकर उन्हें इस पूरे मामले से अवगत कराया. उसके बाद डीएम प्रियंका निरंजन ने फर्जी खतौनी को तत्काल निरस्त करने का आदेश दिया. इस आदेश से भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया. जगदीश प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने गांव के बंजर की जमीन को काफी समय पहले अपने नाम करवा लिया और फिर उस पर संस्कृत पाठशाला, सूर्य कुमारी बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चलाने लगे. इन दोनों स्कूलों के संचालन के नाम पर ओम जी ने सरकार से अब तक करोड़ों रुपये ले लिये है.
सरकार को चूना लगाने वाले आरोपी जगदीश प्रसाद पर डीएम प्रियंका निरंजन ने कार्रवाई की है. बता दें, कि 8 नवंबर 2012 को अधिकारियों ने बंजर (भीटा) की जमीन की फर्जी खतौनी को निरस्त करने का आदेश दिया था, लेकिन 10 साल इस आदेश का अनुपालन होने में लग गया और खतौनी निरस्त नहीं की जा रही थी. नगर खास में बंजर की जमीन गाटा संख्या 1419 और 1455 इस पर गलत तरीके से श्रीमती सूर्य कुमारी बालिका उच्चतर माध्यमिक स्कूल और गाटा संख्या 1298 और 1208 पर फर्जी तरीके से संस्कृत पाठशाला का निर्माण कर दोनों स्कूल चलाए जा रहे थे. IAS का चाचा होने का पूरा प्रभाव इस फर्जीवाड़े में नजर आ रहा था.
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बस्ती डीएम प्रियंका निरंजन के आदेश के अनुसार सरकार की 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति को जुर्माना सहित जमीन खाली करवाने की प्रक्रिया प्रचलित है. शिकायतकर्ता चंद्रशेखर उपाध्याय ने बताया कि कई सालों से बंजर पर कब्जा कर अवैध तरीके से स्कूल चलाया जा रहा था. डीएम का कहना है कि शासन की मनसा के अनुरूप कार्यवाई की जा रही है. नगर खास में बंजर की जमीन को जल्द खाली करवा दिया गया है और खतौनी को निरस्त कर दोबारा बंजर के खाते में दर्ज कर दिया गया है.
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