बस्ती: सरकारी विभागों में कर्मचारियों की समय से ड्यूटी पर न आना कोई नई बात नहीं है. हालांकि अब डीएम आशुतोष निरंजन लेटलतीफी को लेकर सख्त हो गए हैं. डीएम ने जब सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच कराई की वो समय से कार्यालय पहुंच रहे हैं या नहीं तो इसमें 75 कर्मचारी फंस गए. यह कर्मचारी समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचे थे और इनके द्वारा नहीं आ पाने की कोई वजह भी नहीं बताई गई थी. डीएम ने इन सभी गैरहाजिर कर्मचारियों का वेतन तब तक के लिए रोक दिया है, जब तक वह संतोषजनक जबाब नहीं दे देते.
बस्ती: आरामतलब कर्मचारियों पर DM सख्त, 75 का वेतन रोका - basti dm ashutosh niranjan take action against absent employees
उत्तर प्रदेश के बस्ती में सरकारी विभागों में काम कर रहे कर्मचारी अकसर ऑफिस में समय पर नहीं पहुंचते है. इसके चलते डीएम ने टीम को गठित कर जांच के निर्देश दिए. रिपोर्ट में पता चला कि 75 कर्मचारी ऑफिस से नदारद थे.
75 कर्मचारी ड्यूटी से थे नदारद
सीडीओ अरविन्द पांडेय ने जिला विकास विभाग अभिकरण, पशुपालन, पंचायत विभाग की जांच की. डीआरडीए में सात, पशुपालन में पांच और पंचायत विभाग में चार कर्मचारी गायब पाए गए. एडीएम रमेश चन्द्र ने नगर पालिका बस्ती का निरीक्षण किया. निरीक्षण के समय ऑफिस में 11 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. ईओ ने बताया कि आउटडोर कर्मचारी रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने क्षेत्र में जाते हैं. सुबह 10:40 बजे तक निरीक्षण में 18 कर्मचारियों ने रजिस्टर में अटेंडेंस नहीं भरी थी. इसी तरह से बाकी विभागों को अलग-अलग अधिकारियों ने मौके पर जाकर जांचा तो कुल 75 कर्मचारी गैरहाजिर मिले.
सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारियों के समय से न पहुंचने की शिकायत अक्सर मिलती है. इसी के मद्देनजर हमने टीम बनाकर जांच कराई तो स्थिति काफी गम्भीर और सोचनीय मिली. गैरहाजिर 75 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया है और इस संबंध में जवाब मांगा गया है. इसके लिए तीन दिन का समय दिया गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर लापरवाह कर्मचारियों पर एक्शन लिया जाएगा.
-आशुतोष निरंजन, डीएम