बस्ती: पूरी दुनिया इस समय जल संकट से जूझ रही है और अगर समय रहते जल संरक्षण की दिशा में कोई ठोस काम नहीं किया गया तो यकीनन आने वाले समय में जल संकट बढ़ जाएगा, जिसका सीधा असर आम जन जीवन पर पड़ेगा. इसी को देखते हुए सेना से रिटायर एक सैनिक ने अपने गांव से ही जल संरक्षण की दिशा में काम करना शुरू किया तो चारों तरफ उनकी सराहना होने लगी.
देश की सीमा पर मोर्चा संभालने वाले रिटायर सैनिक ने संभाला जल संरक्षण का मोर्चा - पर्यावरण संरक्षण
यूपी के बस्ती में सेना से रिटायर एक सैनिक ने अपने गांव में जल संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे हैं. इसका मकसद लोगों को पर्यावरण के महत्व के बारे में बताना और इसके जरिये आय भी अर्जित करना है.
देश की सेवा में मोर्चा संभालने वाले सल्टौआ गोपालपुर विकास खंड के दसिया निवासी पूर्व सैनिक राजकुमार चौहान ने गांव में जल संरक्षण की कमान संभाली है. उन्होंने 15 बीघा जमीन में तालाब खुदवाया है और तालाब के चारों तरफ फलदार और छायादार पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा दिया है. इसका मकसद लोगों को पर्यावरण के महत्व के बारे में बताना और इसके जरिये आय भी अर्जित करना है. उनकी इस पहल को गांव के लोग सराह रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इस राह पर चलने का मन भी बना रहे हैं.
सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद राजकुमार जल संरक्षण की दिशा में 2002 से ही कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बढ़ते जल संकट के बीच उत्पन्न होने वाले खतरे से निपटने के लिए सचेत रहना होगा, जल संरक्षण की ठोस पहल करनी होगी. उन्होंने बताया कि इसी सोच के साथ 15 बीघा जमीन में पोखरा खुदवाकर जल संरक्षण की दिशा में कार्य शुरू किया है. 18 वर्ष पूर्व शुरू किया गया यह कार्य वर्तमान में गांव के गिरते भूगर्भ जलस्तर को बचाने में सहायक साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि तालाब में मछली पालन करके हर वर्ष तीन से चार लाख रुपये की आमदनी भी हो जाती है. राजकुमार ने कहा कि सभी को अपने घर, खेत के आस-पास जल संरक्षण करने की पहल करनी होगी.