बस्ती:देश में 3 महीने पहले लॉकडाउन लगने के बाद लाखों प्रवासी श्रमिक अलग-अलग राज्यों में फंस गए थे. धीरे-धीरे जिला प्रशासन की मदद से प्रवासी श्रमिक अब अपने-अपने घरों को वापस लौट रहे हैं. बस्ती में भी ईंट-भठ्ठे पर काम करने वाले तीन हजार प्रवासी श्रमिक लॉकडाउन के बाद फंसे हुए थे. बीते शनिवार को इन प्रवासी श्रमिकों का स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य परीक्षण किया. इसके बाद प्रवासी श्रमिकों को उनके घर के लिए झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य में भेज दिया गया. श्रमिकों को घर भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई थी.
बस्ती से 3 हजार प्रवासी श्रमिक घर के लिए हुए रवाना - बस्ती प्रशासन
यूपी के बस्ती से शनिवार को 3 हजार प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजा गया. ये श्रमिक झारखंड और छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. सभी श्रमिकों को दो स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से उनके घर भेजा गया.
दरअसल लॉकडाउन के चलते बस्ती में छत्तीसगढ़ और झारखंड के भट्ठा श्रमिक फंसे हुए थे. शनिवार को 3 हजार प्रवासी श्रमिकों को रेलवे के माध्यम से उनके घर भेजा गया. लॉकडाउन के चलते जिले के विभिन्न ईंट-भट्टों पर काम करने आए हजारों श्रमिक अपने परिवार के साथ जिले में फंसे हुए थे. ईंट-भट्ठे पर काम न होने और अन्य दिक्कतों को देखते हुए जिले के ईंट-भठ्ठा संघ ने सभी को घर भेजने का निर्णय लिया. इसके बाद जिला प्रशासन से बातचीत के बाद सभी श्रमिकों को दो स्पेशल श्रमिक ट्रेन से उनके घर को रवाना किया गया.
ईंट-भट्ठा संघ ने सभी श्रमिकों का लगभग 15 लाख 15 हजार रुपये प्रशासन के जरिए रेलवे को भुगतान किया. यही नहीं भठ्ठा-संघ ने सभी श्रमिकों को पानी और लंच पैकेट भी उपलब्ध कराया, ताकि रास्ते मे उन्हें दिक्कत न हो. इस दौरान यात्रियों ने अपनी खुशी जताई. एडीएम रमेश चन्द्र ने बताया कि सभी श्रमिकों को ईंट-भट्ठा संघ के पहल के बाद घर भेजने की व्यवस्था की गई है.