बरेली: जिले के बारादरी थाना क्षेत्र के हजियापुर की रहने वाली फरिदा फातमा का आरोप है कि दिसम्बर में उसका निकाह रबड़ी टोला बज्जा खां के इमामबाड़ा के पास रहने वाले शानू फरीद पुत्र एजाज अहमद से हुआ था. निकाह से पूर्व बताया गया था कि उसका होने वाला पति सरकारी विद्युत विभाग में नौकरी करता है, लेकिन निकाह के कुछ दिनों बाद ही असलियत सामने आ गई. दरअसल, उसका पति कोई काम नहीं करता था, बल्कि उल्टा उसके मायके वालों को परेशान कर पैसों की मांग करता था. कुछ ही महीनों में फरिदा ने शादी को लेकर जो सपना संजोया था, वो चकनाचूर हो गया. पति ने उसे तलाक दे दिया.
पत्नी ने की मेहर की रकम वापस दिलाने की मांग. झूठ बोलकर किया निकाह
फरीदा फातमा ने बताया कि खुद को बिजली विभाग में सरकारी कर्मचारी बताने वाले उसके पति ने उसके रिश्तेदारों से बिजली विभाग के किसी कार्य को कराने के एवज में 1 लाख 91 हजार रुपये लिए थे. फरीदा ने बताया कि बदले में उसके पति ने फर्जी रसीदें भी तब उसके परिवार वालों को दी थीं, लेकिन यह राज ज्यादा देर तक राज न रह सका और जब सच्चाई सामने आई तो पता चला कि उसका पति कोई काम नहीं करता था. न ही वो विद्युत विभाग में कहीं कोई नौकरी ही करता था.
'टूट गए सारे सपने'
महिला का आरोप है कि इस बारे में जब उसके पति से रिश्तेदारों ने अपने पैसे वापस मांगे तो वह प्रताड़ित करने लगा. महिला ने बताया कि उसका पति लगातार मायके वालों पर घर बेचकर पैसे लाने का दवाब बनाता था, जिससे तंग आकर उसने अपने परिजनों के साथ जब थाना बारादरी पर तब शिकायत भी की थी, जिसका परिणाम ये हुआ कि फरिदा के पति ने उसे तलाक दे दिया. महिला का आरोप है कि पति झूठा निकला और उसके सारे सपने टूट गए.
पीड़ित महिला ने एसएसपी से की शिकायत. 'बर्बाद कर दी जिंदगी'
फरीदा ने अब इस बारे में एसएसपी से शिकायती पत्र देकर मेहर की रकम को वापस दिलाने की मांग की है. महिला का आरोप है कि उसका पति पूर्व में भी निकाह कर चुका था, ये जानकारी भी उसे अपने निकाह के बाद हुई. फरिदा फातमा का कहना है कि उसकी जिंदगी बर्बाद हो चुकी है. अब वो चाहती है कि उनके पैसे और मेहर लौटा दी जाए, जिसके लिए उसने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.
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इस बारे में थाना बारादरी इंस्पेक्टर नीरज कुमार मलिक ने कहा कि अधिकारियों के द्वारा जो भी कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे, वो करेंगे. कोशिश यही है कि पीड़िता की समस्या का समाधान हो.