बरेलीः उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव होने को हैं लेकिन जनपद के मीरगंज में ग्रामीणों ने इसबार चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला किया है. ग्रामीणों को कहना है कि वह इस बार मतदान नहीं करेंगे. चुनाव में वादे करने के बावजूद ग्राम प्रधान ग्रामीणों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते हैं.
तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
जनपद मुख्यालय से 30 किमी दूरी पर मीरगंज विकासखंड के ग्राम पंचायत नरखेड़ा के ग्रामीणों में पंचायत चुनावों को लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है. गांव में पुल का निर्माण न होने के चलते ग्रामीणों ने 'पुल नहीं तो वोट नहीं' का नारा देकर प्रदर्शन किया. इसके चलते ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
मतदान न करने का किया ऐलान
ग्रामीणों का कहना है कि इस बार पंचायत चुनावों में वह किसी भी कीमत पर मतदान नहीं करेंगे. उनका कहना है कि नेता उनकी समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं. चुनाव आने पर तो लुभावने वादे करते हैं लेकिन जीतने के बाद कोई ध्यान नहीं देता. उन्होंने कहा कि गांव में नदी पर पुल नहीं है जिसके चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
गांव में नहीं है पुल
ग्रामीणों ने कहा कि नदी पर पुल न होने के चलते 20 मिनट का रास्ता दो घंटे में तय करना पड़ता है. बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. अगर गांव में कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस गांव तक पहुंच नहीं पाती. उन्होंने कहा कि पुल निर्माण की वह कई बार मांग कर चुके हैं लेकिन आज तक किसी ने उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया है. तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने कहा अगर पुल नहीं बना तो हम भाखड़ा पुल पर धरना प्रदर्शन करेंगे.
वादे करके भूल जाते हैं नेता
विमल कुमार ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर वह सांसद से लेकर विधायक तक शिकायत कर चुके हैं लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. चुनाव से पहले तो पुल बनवाने का वादा करते हैं बाद में सुध भी नहीं लेते.