बरेली:अयोध्या भूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हर समुदाय के साथ ही तीन तलाक पीड़िताओं ने भी स्वागत किया है. इसको लेकर मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी का कहना है कि तीन तलाक पीड़िताओं की एक बैठक की गई, जिसमें उनकी राय ली गई. साथ ही फैसला किया गया कि जब राम मंदिर का निर्माण होगा तो हम सब अयोध्या जाएंगे.
जानकारी देतीं मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का तीन तलाक पीड़िताओं ने किया स्वागत
अयोध्या भूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर तीन तलाक पीड़िताओं ने स्वागत किया है. साथ ही निर्णय किया है कि जब मंदिर का निर्माण होगा तो वे लोग भी अयोध्या जाएंगे.
यह फैसला देशभक्ति का है
फरहत नकवी ने कहा सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले हिन्दू और मुस्लिम के बीच चल रही खाई दूर हो गई है. कोर्ट के इस फैसले से देश भर में भाईचारा कायम होगा. फरहत नकवी के कहा कि वास्तव में यह फैसला न राम का है और न रहीम का है, यह देशभक्ति का फैसला है.
दूर होगी हिंदू-मुस्लिम के बीच की खाई
उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था. उनके पिता दशरथ वहां के राजा थे. बाबर दूसरे देश से आया था, यह ऐतिहासिक तथ्य है. अब इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है. इस फैसले ने हिंदू व मुसलमानों के बीच की खाई दूर कर दी है.
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