बरेली: जिले के ग्राम चन्द्रपुर चुबकीया गांव के लोगों ने विधानसभा चुनाव 2022 के साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों का विरोध शुरू कर दिया है. इस विरोध के क्या मायने हैं, क्या सच है इसे जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम भी गांव में पहुंची. जहां ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी भोजीपुरा विधान सभा के भाजपा विधायक ने अभी न तो लोगों से मिले और न ही बात की है. ग्रामीण भूपेन्द्र सिंह, सतेन्द्र, विजयवीर सिंह, अजय पाल सिंह, प्रदीप सिंह, किशन सिंह, धनकर गजेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि वह कई बार मामले की शिकायत भाजपा विधायक समेत जिम्मेदारों से भी कर चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया. जिस कारण ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए उन्होंने तय किया कि रोड नहीं तो वोट नहीं के तहत वह विरोध करेंगे. जब उन्हें रोड बनेगी तभी वह वोट देंगे.
क्या कहते हैं ग्रामीण
गांव के भूपेंद्र सिंह कहते है कि इस गांव में लगभग 40 वर्ष हो गए, अभी तक कोई विकास कार्य गांव में नहीं हुआ है. हम कई जगह अपने रोड की शिकायत कर चुके हैं. लेकिन अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने यहां आने की जहमत तक नहीं उठाई. इसके बाद हमने निर्णय लिया कि आगामी चुनाव में अगर हमारे गांव में विकास नहीं हुआ तो हम वोट नहीं देंगे.
ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान किशन सिंह ने बताया कि गांव में पैदल चलने की रास्ता तक नहीं है, आज गांव का बुरा हाल है. लेकिन गांव की सरकार और जनप्रतिनिधियों ने आज तक कोई विकास कार्य नहीं कराया है. हम अब किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे मतदान का वहिष्कार करेंगे.
भूपेंद्र सिंह ने बताया पार्टी का नाम इसलिए लिख रखा है कि बीजेपी को हमारे यहां से करीब 70 से 80 प्रतिशत वोट मिलते आये हैं, लेकिन नेताओ ने वोट लेने के बाद हमारे गांव की आज तक सुध नहीं ली. उन्होंने बताया हमारे गांव में पैदल चलने तक की रास्ता नहीं है. खडंजे पड़े हैं, आरसीसी रोड का नामोनिशान नहीं है. हमारा गांव इतना पिछड़ा है कि कोई भी हमारे गांव आए तो उसे ढूंढ़ना पढता है कि चंद्रपुर चुबकीया कहां है. नेताओं ने हमें वोट के नाम पर ठगा है अगर हमारे गांव में विकास नहीं हुआ तो हम मतदान नहीं करेंगे.
सतेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे गांव में सफाई कर्मचारी कभी नहीं आता, आता है तो सिर्फ चश्मा लगा कर अखबार पढता है. हम अपने आप नालियों की सफाई करते हैं. सरकारी स्कूल का भी हाल खराब है. न तो बाउंड्री है और न ही सही से रखरखाव.
वहीं, मौके पर पहुंचे भोजीपुरा ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल ने बताया कि यह बात आज ही पता चली है. उन्होंने कहा कि मेरा यहां आने का मकसद है कि हम कुछ बेहतर कर सकते हैं. विकास कार्य के लिए तीन एजेंसियां हैं. ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिलापंचायत इन सभी से कार्य कराया जा सकता है.
योगेश पटेल ने कहा कि मैं समझता हू कि यहां के लोग एक्टिव हैं, लेकिन फिर भी कोई काम नहीं हो पाया है. इसका क्या कारन है यह मेरे बगैर समझे कहना मुश्किल है. ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि आज यहां मैं आया हूं. इसका रास्ता निकालूंगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रयास करूंगा कि जिलापंचायत की तरफ से इस कार्य को जल्द पूर्ण किया जाए.