बरेलीः डेढ़ साल के मासूम बच्चे को गोद में लिए परवीन न्याय की गुहार लगा रही हैं. इनको इनके पति ने तीन तलाक बोलकर हमेशा के लिए रिश्ता खत्म कर लिया है. फरीदपुर निवासी परवीन की शादी कैंट के बुखारा के आजाद के साथ हुई थी. परवीन का आरोप है कि दहेज के लिए उसे ससुराल में यातनाएं दी जाती थी. उसको बाइक और दो लाख रुपये की दहेज में मांग की जा रही थी.
उनका कहना है कि उनके पिता गरीब हैं और वो इतना पैसा नहीं दे सकते, जिसके बाद परवीन को उसके पति आजाद और ससुराल वालों ने जूते चप्पलों से मारा पीटा और फिर पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. परवीन का कहना है, उसे इंसाफ चाहिए. उसका कहना है तीन तलाक देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं इस मामले में कैंट थाने में परवीन के पति समेत 5 लोगों के खिलाफ दहेज अधिनियम की धारा और ट्रिपल तलाक कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं बरेली में ट्रिपल तलाक का एक और हाईप्रोफाइल मामला भी सामने आया है. जहां जिला अस्पताल में आईडीएसपी के प्रभारी डॉ. मीसम अब्बास ने अपनी पत्नी को तीन तलाक दे दिया. इतना ही नहीं डॉ. मीसम अब्बास ने किला थाना क्षेत्र स्थित जामा मस्जिद के मौलाना शमशुल हसन के जरिए तलाक का नोटिस भिजवाया. डॉ. मीसम अब्बास के दो बच्चे एक लड़का 16 साल का और एक लड़की 18 साल की है. इस मामले में एडीजी के आदेश पर महिला थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
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एसपी क्राइम सुशील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में दो तीन तलाक के मामले सामने आएं हैं. दोनों मामलों में महिला थाने में मुकदमा पंजीकृत करवाया गया है. जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी.