बरेली: मुरादाबाद से बरेली के बीच ट्रेनें पुरानी और जर्जर पटरियों पर दौड़ रही हैं. इंजीनियरिंग विभाग की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट के बाद रेल प्रबंधन ने दिसंबर माह में अभियान चलाकर कमजोर पटरियों को बदलने का एक्शन प्लान तय किया है. दो साल से रेलवे में सुरक्षा को लेकर लगातार काम हो रहा है. रेल पटरी बदलने और सुरक्षा मानकों के पालन कराने के लिए मुख्यालय की टीम समय-समय पर जांच कर रही है.
मुरादाबाद-बरेली के बीच जर्जर पटरियों पर दौड़ रही ट्रेनें
उत्तर प्रदेश के बरेली में ट्रेनें जर्जर पटरियों पर दौड़ रही हैं. कमजोर पटरियों को बदलने के लिए एक्शन प्लान तय किया गया है और डीआरएम का कहना है कि इंस्पेक्शन रिपोर्ट के आधार पर सेक्शन के बाकी काम पूरे किए जाएंगे.
जर्जर पटरियों पर दौड़ रही ट्रेनें
पुरानी पटरियों पर दौड़ रही ट्रेनें
- मुरादाबाद से बरेली के बीच ट्रेनें पुरानी और जर्जर पटरियों पर दौड़ रही हैं.
- इंजीनियरिंग विभाग की पड़ताल में इस बात का खुलासा हुआ है.
- मुरादाबाद-बरेली सेक्शन के निरीक्षण में डीआरएम की टीम ने दलपतपुर से रामपुर के बीच पटरी के पुराने और कमजोर होने की पुष्टि कर दी.
- सूत्रों के मुताबिक इस सेक्शन में दलपतपुर, मूंढ़ापांडे, कोसी नदी के दोनों ओर और रामपुर तक रेल की पटरियां कमजोर आंकी गई हैं.
अफसरों ने बरेली-चंदौसी के बीच लिया जायजा
- जीएम इंस्पेक्शन के पहले शनिवार को डीआरएम तरुण प्रकाश ने ब्रांच अफसरों की टीम संग बरेली-चंदौसी वाया मुरादाबाद रेल सेक्शन का निरीक्षण किया.
- अभियान के दूसरे दिन रेल अफसरों ने शिक्षण में ट्रैक रिन्युअल, इंटरलॉकिंग, सिग्नल, परिचालन और यात्री सुविधा के अन्य कार्य देखे.
- ब्रांच अफसरों ने बरेली से चंदौसी रेल रूट की सघन पड़ताल की, इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेनों का संचालन होना है.
- चंदौसी से आंवला तक रेल लाइन विद्युतीकरण हुआ है, जबकि मुरादाबाद चंदौसी होते हुए बरेली तक बिजली चलित इंजन से ट्रेनों को चलाया जाना है.
- डीआरएम तरुण प्रकाश ने बताया कि इंस्पेक्शन रिपोर्ट के आधार पर सेक्शन के बाकी काम पूरे किए जाएंगे.
- इस खंड में रेलवे महाप्रबंधक का विजिट होना है, इसके पहले रेलवे के सभी कार्यों की समीक्षा की जा रही है.
- दो दिन से निरीक्षण में कई महत्वपूर्ण रुके पड़े कार्य प्रकाश में आए हैं, इसके लिए विभागवार अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है.