बरेली: जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग किशोरी को कार से अगवा करने के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ चलती कार में रेप किया गया है. किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है. गिरफ्तार किए गए युवक दूसरे संप्रदाय के हैं ,जबकि पीड़ित किशोरी नाबालिग अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखती है.
जानिए पूरा मामला
बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को उसकी चचेरी बहन की छह वर्षीय बेटी के साथ अगवा कर लिया गया. परिजनों का आरोप है कि उनकी नाबालिग बेटी के साथ चलती कार में दरिंदगी भी की गई है. परिजनों की मानें तो करीब 14 वर्षीय किशोरी शौच के लिए भांजी के साथ घर के बाहर गई थी ,तभी दो युवकों ने उन दोनों को कार में घसीटना शुरू कर दिया. घर की एक महिला सदस्य ने टॉर्च जलाकर जैसे ही कार सवारों की गतिविधियों को देखा तो उसने घर में सूचना देकर शोर मचाया. शोर सुनकर कार सवार किशोरी और छह वर्षीय मासूम को लेकर फरार हो गए. इस मामले की सूचना तत्काल पुलिस को भी दी गई. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कुछ ही घण्टों में घेराबंदी करके कार को अपने कब्जे में ले लिया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कार सवार जो दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें मुख्य आरोपी फरीदपुर कस्बे के बीसलपुर का रहने वाला है. जो कि अलग संप्रदाय से है. युवती के परिवार की माने तो किशोरी घर के बाहर बने शौचालय में शौच के लिए गई थी तभी उसे कार में जबरन घसीट कर ले गए.
परिजनों का आरोप है कि उनकी 14 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ है. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में जांच की बात कर रही है. छोटी बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया है, जबकि 14 वर्षीय पीड़िता को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है. इस बारे में अभी जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. मेडिकल की रिपोर्ट मिलने पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिन दो युवकों को हिरासत में लिया गया है, उनसे भी पूछताछ जारी है. ये भी जानने की कोशिश की जा रही है कि गांव में आखिर वो कर लेकर रात्रि में क्यों गए. इस मामले में पुलिस के द्वारा अभी पूछताछ की जा रही है.
इस बारे में एसपी ग्रामीण संसार सिंह ने बताया कि पुलिस को जैसे ही सूचना मिली ,तत्काल पुलिस ने घेराबंदी की और आरोपियों को पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि पूछताछ की जा रही है, जो भी न्यायसंगत होगा वो उचित कार्रवाई की जाएगी. मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद उचित धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी.