बरेलीःएक किशोरी से गैंगरेप के मामले की जांच और कार्रवाई को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं. मीरगंज थाने के दारोगा पर पीड़िता को डराने-धमकाने और उसके साथ अश्लील हरकत करने का मामला सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद मेडिकल के लिए ले जाने वाले दारोगा ने गाड़ी में उसके साथ मारपीट और गंदी हरकते की. इसके साथ ही आरोपी के खिलाफ बयान देने पर परिवार वालों का एनकाउंटर करने की बात भी कही. मामले में पीड़िता ने एसएसपी बरेली से शिकायत कर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
पीड़िता की शिकायत के अनुसार, मीरगंज थाना क्षेत्र में 6 जून को ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि शाह आलम ने उसका अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद उसे अपने दो साथी इरफान और बाबू को सौंप दिया. इरफान और बाबू ने भी उसके साथ गैंगरेप किया. इस वारदात के बाद बाबू ने उसे काशीपुर में नदीम कुरैशी नाम के युवक को सौंप दिया, जो उसे नोएडा ले गया. पीड़िता के अनुसार, यहां नदीम ने उसे एक होटल में अपनी हवस का शिकार बनाया, फिर 500 रुपये देकर उसे काशीपुर भगा दिया.
उधर पीड़िता के भाई की तहरीर पर 7 जून को पुलिस ने शाह आलम को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस पूछताछ और एसओजी टीम की जांच में एक के बाद एक नाम सामने आने लगे. शाह आलम की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने अन्य आरोपियों को भी पकड़ना शुरू किया. इस बीच पुलिस को किशोरी काशीपुर से बरामद हुई. पुलिस ने गाजियाबाद और काशीपुर से नदीम कुरैशी और बाबू को भी गिरफ्तार किया. इसके बाद पीड़िता के मेडिकल के बाद 11 जून को पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में शाह आलम, इरफान उर्फ बाबू और नदीम कुरैशी को बरेली जेल भेज दिया. लेकिन, इस बीच किशोरी ने मामले की विवेचना कर रहे मीरगंज थाना के दारोगा राहुल पर गंभीर आरोप लगाए.