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बरेली: स्मार्ट क्लासरूम ने बदली माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की रंगत, प्रोजेक्टर से पढ़ाई में लगा बच्चों का मन

बरेली में स्मार्ट क्लास रूम ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की रंगत बदल कर रख दी. जनपद के 120 स्मार्ट क्लास रूम में प्रोजेक्टर से पढ़ाई हो रही है.

क्लासरूम.
क्लासरूम.

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Published : Oct 1, 2021, 3:38 PM IST

Updated : Oct 1, 2021, 5:31 PM IST

बरेली:उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों की जो आम धारणा होती है कि सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग अच्छी नहीं होती. इतना ही नहीं उनके क्लासरूम भी बदहाल हालत में होते हैं पर इस आम धारणा को बरेली के माध्यमिक शिक्षा विभाग के 24 विद्यालयों में बन रहे 120 स्मार्ट क्लास ने बदल कर रख दिया है. जहां प्रोजेक्टर पर इंटरनेट के माध्यम से योग्य शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों को रूम में पढ़ाया जा रहा है.



बरेली के माध्यमिक शिक्षा विभाग के 24 स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए कायाकल्प योजना के तहत क्लासरूम को स्मार्ट क्लास रूम बनाया गया है. जिसमें छात्राओं को पढ़ने के लिए प्रोजेक्टर लगाया गया है और विद्यार्थियों को बैठने के लिए फर्नीचर भी डाला गया है जिस पर योग्य शिक्षक इंटरनेट के माध्यम से प्रोजेक्टर के सहारे विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं.

जानकारी देते डॉ. अमरकांत सिंह जिला विद्यालय निरीक्षक और विद्यार्थी.

बरेली के राजकीय हाईस्कूल और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सहित माध्यमिक शिक्षा विभाग के 24 कॉलेजों को स्मार्ट कॉलेज के रूप में तैयार किया गया है. जिसमें बरेली के 20 ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेज और 4 शहरी क्षेत्र के कॉलेज के 120 क्लास रुम को स्मार्ट क्लासरूम बनाए गए हैं. जिन स्मार्ट क्लासरूम में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है ताकि प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को राजकीय इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र भी पढ़ाई में मात दे सकें. इतना ही नहीं प्राइवेट कॉलेजों से बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रोजेक्टर के माध्यम से स्मार्ट क्लासरूम में योग्य शिक्षक इंटरनेट के माध्यम से विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने की कोशिश में लगे हैं. स्मार्ट क्लासरूम में प्रोजेक्टर के सहारे पढ़ने में जहां विद्यार्थी रुचि दिखा रहे हैं तो वहीं उनको पढ़ाने वाले शिक्षक भी आधुनिक उपकरणों से विद्यार्थियों को देने में हर वक्त तैयार रहते हैं.

बरेली के जिला अधिकारी नीतीश कुमार की पहल पर कायाकल्प योजना के तहत बरेली जिले में 24 माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 120 स्मार्ट क्लास बनाए गए हैं. स्मार्ट क्लास रूम में विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रोजेक्टर के साथ-साथ अत्याधुनिक फर्नीचर को लगाया गया है. इतना ही नहीं क्लासरूम को बेहतर वातावरण देने के लिए टाइल लगाकर और रंगाई पुताई कर चमकाया गया है.

बरेली के जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमर कांत सिंह ने बताया की बरेली जिले के 24 राजकीय हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों के 120 क्लासरूम को स्मार्ट क्लासरूम बनाया गया है. जिसमें प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर प्रोजेक्टर से इंटरनेट के माध्यम से योग्य शिक्षकों के विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान की जा रही है. स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी बड़े उत्साह से पढ़ाई कर रहे हैं. इन स्मार्ट क्लासरूम को कायाकल्प योजना के तहत बनाया गया है.

बरेली की राजकीय इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र मोहम्मद शाहिद ने बताया कि जब से प्रोजेक्टर पर पढ़ाई शुरू हुई है. तब से उनको बहुत अच्छा लगता है और हर रोज कॉलेज जा कर पढ़ाई करते हैं पहले कॉपी और किताबों से साधारण रूप से पढ़ाई होती थी पर अब प्रोजेक्टर पर होती है तो उन्हें अच्छा लगता है.

विद्यार्थी हर्ष गुप्ता ने कहा कि जब से राजकीय इंटर कॉलेज में स्मार्ट क्लास रूम बनाए गए हैं. नई-नई कुर्सी नजर आ रही है. नया प्रोजेक्टर और ब्लैकबोर्ड आया है. पहले वही पुरानी किताबों से पढ़ते थे. अब बहुत अच्छा लगता है और पढ़ाई में अब मन भी खूब लगता है.

राजकीय इंटर कॉलेज के विद्यार्थी सुनील कुमार ने बताया कि पहले हम ब्लैक बोर्ड से पढ़ाई करते थे. तब ज्यादा अच्छा नहीं लगता था. अब जब से प्रोजेक्टर आया है. स्मार्ट क्लासरूम बने हैं तब से बहुत अच्छा लगता है हमारे कुछ दोस्त से प्राइवेट स्कूल में पढ़ते थे वो बताते थे कि हमारे स्कूल में अच्छा फर्नीचर है और प्रोजेक्टर है पर अब हम भी उन से कहते हैं कि हमारे स्कूल में भी स्मार्ट क्लासरूम है बहुत अच्छा लगता है.

विद्यार्थी रोहित कश्यप ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है. पहले राजकीय इंटर कॉलेज में ऐसा नहीं था. अब स्मार्ट क्लासरूम बन गया है तो अच्छा लगता है. पहले मैं प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था. जब मुझे स्मार्ट क्लासरूम के बारे में पता चला तो मैंने अपना नाम कटवा कर यहां लिखवाया. प्रोजेक्टर पर पढ़ाई करना बहुत अच्छा लगता है. अब लगता ही नहीं है कि यह किसी सरकारी स्कूल का क्लास रूम है.

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Last Updated : Oct 1, 2021, 5:31 PM IST

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