बरेली: रुहेलखंड के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह के पुत्र सिद्धराज सिंह गुरुवार को सपा का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गये हैं. इसके बाद राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गई है. सिद्धराज के भाजपा में शामिल होने से आंवला और बिथरी विधानसभा में हलचल तेज हो गई है.
सिद्धराज सिंह ने 'साइकिल' छोड़ थामा 'कमल', राजनीतिक गलियारों में हलचल - यूपी विधानसभा चुनाव
यूपी के बरेली में सिद्धराज सिंह आज सपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. सिद्धराज सिंह के पिता रुहेलखंड के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह हैं. विधानसभा चुनाव में उनके शामिल होने का असर आंवला और बिथरी क्षेत्र के साथ ही बदायूं के दातागंज पर भी पड़ेगा.
गौरतलब है कि सिद्धराज के पिता सर्वराज दो बार विधायक और तीन बार आंवला से सांसद रहे हैं. सिद्धराज सिंह ने 2017 में आंवला विधानसभा से सपा से विधानसभा चुनाव लड़ा था और मामूली अंतर से भाजपा के धर्मपाल सिंह से हार गए थे. सिद्धराज की हार के पीछे सपा मुखिया अखिलेश यादव का आंवला में जनसभा नहीं करना बताया गया है. गुरुवार को लखनऊ में सिद्धराज सिंह को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र सिंह ने उन्हें भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई. इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और सिद्धराज सिंह भी मौजूद थे. ज्वाइनिंग कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत ने सिद्धराज को भाजपा का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया. सिद्धराज सिंह के भाजपा में आने के बाद बिथरी चैनपुर और आंवला विधानसभाओं के गलियारों में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. फिलहाल आंवला और बिथरी चैनपुर के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
सिद्धराज के भाजपा में शामिल होने से पार्टी में हलचल तेज हो गई है. विधानसभा चुनाव में उनके शामिल होने का असर आंवला और बिथरी क्षेत्र के साथ ही बदायूं के दातागंज पर भी पड़ेगा. यहां सर्वराज सिंह का प्रभाव माना जाता है. तीनों ही जगह फिलहाल भाजपा के विधायक हैं. सर्वराज सिंह बरेली में ही अपने निवास पर लोगों से मुलाकात करने में लगे हुए हैं.