बरेली: कोरोना वायरस का प्रकोप और यस बैंक का संकट शेयर बाजार पर कहर बनकर टूटा है. गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर सख्ती बरतते हुए इससे निकासी की सीमा 50 हजार रुपये तय की है. आरबीआई का यह आदेश अगले 1 महीने के लिए है. एनएसई ने यस बैंक के फ्यूचर और ऑप्शन सौदों पर रोक लगा दी है. इस वजह से देश भर में यस बैंक ग्राहकों में डर बना हुआ है.
कई शहरों में यस बैंक में ग्राहकों की भीड़ देखी गई हैं, हालांकि भारतीय स्टेट बैंक के बोर्ड ने संकटग्रस्त यस बैंक में निवेश के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. यानी सब कुछ ठीक रहा तो आर्थिक संकट में फंसे यस बैंक में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक की हिस्सेदारी होगी.