बरेली: जिले में एक रेप पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई ना होने पर मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की धमकी दी है. तो वही पुलिस फिर से जांच करा कर कार्रवाई की बात कर रही है. पीड़िता का आरोप है कि युवक ने शादी का झांसा देकर उसके साथ कई साल तक रेप किया. लड़की की शादी हो जाने पर उसकी अश्लील फोटो भेजकर शादीशुदा जीवन को बर्बाद कर दिया है. 7 महीने पहले दर्ज एफआईआर में पुलिस ने एफआर लगा दी है और आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न होने पर रेप पीड़िता ने दी सीएम आवास के सामने आत्मदाह की धमकी
बरेली में रेप पीड़िता ने 7 महिने बाद भी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सीएम आवास के सामने आत्मदाह करने की धमकी दी है. पीड़िता का आरोप है पुलिस आरोपी के साथ मिली हुई है. वहीं, पुलिस अधीक्षक क्राइम ने कहा है कि कोई तथ्य छूटा न हो इसके लिए दोबारा जांच के आदेश दिए गए है. इसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
बरेली के आंवला थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने आरोप लगाया है कि कुछ साल पहले वह एमकॉम की परीक्षा देने के लिए सुभाष नगर थाना क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के यहां रुकी थी. इसी दौरान उनके पड़ोस में रहने वाले अमन शर्मा नाम के युवक ने अपने प्यार के झांसे में फंसा लिया और शादी का झांसा देकर कई साल तक रेप किया. युवती की मर्जी के बिना मर्जी अश्लील फोटो भी खींच लिए. इसके बाद युवक ने शादी करने से इंकार कर दिया.
युवक के शादी से मना करने पर लड़की के मां-बाप ने उसकी दूसरी जगह शादी कर दी. शादी के बाद भी अमन लगातार युवती के संपर्क में रहा और उससे मिलने का दबाब बनाता रहा. जब युवती ने मिलने से मना कर दिया, तो युवती के आपत्तिजनक फोटो उसके ससुराल वालों को भेज दिए. इससे युवती का शादीशुदा जीवन बर्बाद हो गया है. युवती ने आगे बताया कि आरोपी अमन शर्मा अश्लील फोटो वायरल करने की भी धमकी देता था. इससे परेशान होकर युवती ने अमन के खिलाफ 7 महीन पहले सुभाष नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें पुलिस ने युवती के 164 के बयान कराए और युवक पर कार्रवाई के बजाय एफआर लगा दी.
रेप पीड़िता का आरोप है कि कई महीने से चक्कर काटने के बाद अभी तक पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, अब तक उसकी काफी बदनामी हो चुकी है. उसके पास आत्मदाह के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. वह कुछ दिनों बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्मदाह कर अपनी जान दे देगी. इतना ही नहीं उसने स्थानीय पुलिस पर भी आरोपियों से मिलीभगत के आरोप लगाए हैं.
पुलिस अधीक्षक क्राइम मुकेश प्रताप सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच अधिकारी ने अपनी जांच में एफआर लगा दी थी. जिसपर आपत्ति की गई है. दोबारा से जांच के आदेश दिए गए हैं कि कोई तथ्य छूटे तो नहीं है. उसके बाद जो भी हुआ उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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