बरेली:31 जनवरी से पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत होने जा रही है. इसके लिए सभी तैयारियां की जा चुकी है. सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा 1 फरवरी से डोर टू डोर जाकर भी टीमें इस अभियान के तहत दवा पिलाएंगी. वहीं, बरेली में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार भी अभियान में शामिल होकर दो बूंद जिंदगी की बच्चों को पिलाकर इस महाअभियान की शुरूआत करेंगे.
डोर टू डोर चलेगा अभियान
4 और 5 फरवरी को कोविड-19 वैक्सीनेशन के कारण अभियान नहीं चलेगा. इस दौरान 0 से 5 साल तक के बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. इस बारे में जिला अस्पताल के सेमिनार हॉल में एएनएम के साथ बैठक कर अधिकारियों ने महत्वपूर्ण जानकारी पहले ही दे दी है.
दरअसल, भारत में पोलियो के खिलाफ अभियान की शुरुआत 1995 में हुई थी. 1980 के दशक में हर साल करीब 50 हजार से डेढ़ लाख मरीज सामने आ रहे थे, लेकिन पल्सपोलियो के अभियान की सफलता के बाद 2012 में यह आंकड़ा शून्य हो गया. बता दें, पोलियो को जड़ से मिटाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, जिसमें 0 से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है. यह जानकारी जिला अस्पताल के सेमिनार कक्ष में एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आरएन सिंह ने जिले की एएनएम को पोलियो अभियान से संबंधित जानकारी दी.
एसीएमओ डॉ.अशोक कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि गांव के लोग पल्सपोलियो बूथ के दिन ही अपने 0 से 5 साल तक के बच्चों को बूथ पर ही पोलियोड्राप पिलाएं और आसपास के लोगों को इसके लिए जागरूक करें.