बरेली: जून से अनलॉक प्रक्रिया शुरू हुई तो मानो लोगों ने कोरोना को खत्म ही मान लिया. सोशल डिस्टेंसिंग तो तोड़ी ही बेझिझक घर से बाहर का खाना भी खाने लगे. रेस्टोरेंट्स पर रौनक लौटने लगी और सड़क किनारे लगी चांट-पकौड़ी की दुकानों से भी लोगों ने परहेज बंद कर दिया. इससे रेस्टोरेंट और फास्ट फूड कारोबार तो पटरी पर आने लगा, लेकिन लोगों की सेहत भी जवाब देने लगी. अब लोगों को क्लीनिक या फिर अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है.
अनलॉक शुरू होने के बाद डॉक्टरों के पास जाने वाले मरीजों की तादाद में इजाफा हुआ है. खांसी, जुकाम और बुखार के मामलों में इजाफा हुआ है. इसकी वजह से दवाओं की बिक्री में भी करीब 30 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. मौका देख दवा कंपनियों ने भी दाम बढ़ा दिए हैं. उधर बारिश और मौसम बदलने का असर भी लोगों पर पड़ने लगा है. इससे लोगों को बुखार, जुकाम, सर्दी, खांसी, शुगर, बीपी जैसी बीमारियां घेरने लगी हैं. ऐसे में लोगों को डॉक्टरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.